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ओटीपी पूछकर रेलवे गार्ड के खाते से पार की रकम

आगरा: डीआरएम ऑफिस का कर्मचारी बनकर शातिर ने रेलवेकर्मी को फोन किया

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Jun 2018 06:24 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jun 2018 06:24 PM (IST)
ओटीपी पूछकर रेलवे गार्ड के खाते से पार की रकम
ओटीपी पूछकर रेलवे गार्ड के खाते से पार की रकम

जागरण संवाददाता, आगरा: डीआरएम ऑफिस का कर्मचारी बनकर शातिर ने रेलवेकर्मी को फोन किया। खाते से रकम काटने की धमकी देकर पूरी डिटेल ले ली। इसके बाद खाते से 27 हजार रुपये पार कर लिए। रेलवेकर्मी ने थाना ताजगंज में मामले की शिकायत की है।

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ताजगंज क्षेत्र में शमसाबाद रोड स्थित मारुति सिटी निवासी भूपेंद्र शर्मा रेलवे में मेल गार्ड हैं। बुधवार को दोपहर 12 बजे वे अपने घर पर थे, तभी उनके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को डीआरएम ऑफिस के एकाउंट सेक्सन का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि आपने ऑफिस में आधार कार्ड, पेन कार्ड और बैंक खाते की डिटेल नहीं दी है। इसीलिए आपके खाते से 25 हजार रुपये काट लिए जाएंगे। खाते से रकम कटने के डर से भूपेंद्र शर्मा डर गए। उन्होंने शातिर के पूछने पर खाते और एटीएम कार्ड और ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की पूरी डिटेल उसे बता दी। थोड़ी देर बाद ही उनके मोबाइल पर 27 हजार रुपये कटने का मैसेज मिल गया। उन्होंने थाना ताजगंज जाकर मामले की लिखित शिकायत की। मगर, थाने में मिले दारोगा ने उनसे कह दिया कि कल वेरीफिकेशन करने घर आएंगे। उसके बाद कार्रवाई होगी। इसके बाद वे वापस घर चले गए।

ऑन लाइन धोखाधड़ी में पुलिस की लापरवाही

साइबर शातिर ठगी के नए तरीके अपना रहे हैं। वे पलक झपकते ही खातों से रकम पार कर लेते हैं। मगर, पुलिस अभी ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं ले रही। ताजगंज थाने में शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस हरकत में नहीं आई। जबकि समय रहते पुलिस सक्रिय हो तो ठगी की रकम वापस होने की संभावना रहती है। साइबर सेल ने दो माह में शातिरों से वापस कराए 1.75 लाख

रेंज साइबर सेल ने दो माह में मिली ऑन लाइन ठगी की शिकायतों पर सक्रियता दिखाते हुए रकम वापस कराई। 26 अप्रैल को जालमा की प्रोफेसर डॉ. बीनू जोशी की ईमेल आइडी हैक कर उनके सहयोगी से एक लाख रुपये की धनराशि शातिरों ने अपने खाते में जमा करा ली थी। इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग और सेंडर-रिसीवर चैक के समन्वय स्थापित कर पूरी धनराशि वापस करा दी। 12 मई को आगरा भ्रमण पर आए रशियन नागरिक इमोर के क्रेडिट कार्ड को क्लोन करके 40 हजार रुपये निकाल लिए गए थे। यह रकम भी वापस करा दी गई। 29 मई को भरत कुमार जैन को कॉल करके 35 हजार रुपये जमा करा लिए थे। साइबर सेल ने फोन से संपर्क कर खरीददारी को निरस्त कराके रकम वापस कराई। ठगी से बचने को सावधानियां

- कार्ड को स्वाइप करने से पहले यह देख लें कि मशीन के साथ कोई अन्य डिवाइस (स्कीमर) तो नहीं लगा है।

- कार्ड को स्वयं ही स्वाइप करें या अपने सामने ही स्वाइप कराएं।

- अपनी पिन को सुरक्षित ढंग से अंकित करें। किसी अन्य को न बताएं।

- धनराशि से संबंधित परिचित की भ्रामक ई मेल, संदेश प्राप्त होने के बाद उससे फोन पर बात करने के बाद ही धनराशि ट्रांसफर करें।

- किसी भी भ्रामक कॉल जिसमें बैंक प्रबंधक, परिचित, दुकानदार बनकर कॉल किया जाए और चैक, आधार और ओटीपी की जानकारी मांगी जाए तो न दें। उससे धोखाधड़ी की पूरी संभावना रहती है।


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