जुर्माने की चेतावनी का नहीं दिखा असर
आगरा: लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में रोगी के बेड पर तीमारदार के सोते पाए जाने पर जुर्माने का आदेश भी बेअसर रहा। आदेश के बाद भी तीमारदार मरीजों के बेड पर बैठे दिखे।
जागरण संवाददाता, आगरा: लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में रोगी के बेड पर तीमारदार के सोते पाए जाने पर जुर्माने का निर्णय पहले दिन ही ध्वस्त हो गया। रविवार को महिला मरीज के बेड पर तीमारदार और बच्चे बैठे हुए थे। वहीं, वार्ड में पड़ी कुर्सी खाली थीं। खास बात यह थी इनसे जुर्माना वसूलना तो दरकिनार कोई टोकने वाला भी नहीं था।
लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में नई व्यवस्था के तहत मरीज के बेड पर तीमारदार के सोते पाए जाने पर 50 रुपये जुर्माना लगेगा। रविवार को छुट्टी के चलते सख्ती का असर दिखाई नहीं दिया। महिला मरीज के बेड पर बच्चे सो रहे थे और तीमारदार बैठे थे। वार्ड में तीमारदारों की भीड़ थी। उन्हें रोकने के लिए वार्ड में कोई नहीं था, पैरामेडिकल स्टाफ अपने कमरे में बैठा था। वार्ड में तीमारदारों के बैठने के लिए कुर्सी हैं, ये खाली पड़ी हुई थीं। वार्ड के बाहर कुर्सी पर कुछ तीमारदार बैठे हुए थे। प्रमुख अधीक्षक डॉ. आशा शर्मा ने बताया कि तीमारदारों से महिला मरीजों में संक्रमण फैलने का खतरा है, इसके बाद भी तीमारदार मानते नहीं हैं। इसलिए जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसे सख्ती से अमल में लाया जाएगा, वार्ड में तीमारदार का ब्योरा दर्ज करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इसमें एक सप्ताह का समय लगेगा।
100 से ज्यादा मरीज, 25 से ज्यादा प्रसव
लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में हर रोज 25 से ज्यादा प्रसव हो रहे हैं। इसमें से पांच फीसद प्रसव सीजेरियन हैं। यहां गंभीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं है, हालत बिगड़ने पर एसएन में रेफर कर दिया जाता है। वहीं, वार्ड में 100 मरीज भर्ती रहते हैं।
खाने में सब्जी, रोटी और दाल
हॉस्पिटल में भर्ती महिला मरीजों को खाने में रोटी, सब्जी और दाल दी जा रही है। सुबह नाश्ते में दूध और ब्रेड दिया जाता है। इसकी गुणवत्ता सुधारने के लिए निर्देश दिए गए हैं।