अब बढ़ेंगी फर्जी शिक्षकों की मुसीबतें
आगरा: फर्जी प्रमाण पत्रों के बल पर बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती पाने वाले शिक्षकों की मुसीबत बढ़ने वाली है। शासन से गठित जांच कमेटी ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर कार्रवाई करेगी।
जागरण संवाददाता, आगरा: फर्जी प्रमाण पत्रों के बल पर बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती पाने वाले शिक्षकों की अब मुश्किलें बढ़ेंगी। शासन द्वारा गठित कमेटी की जांच प्रक्रिया अब रफ्तार पकड़ेगी। जांच को लेकर फर्जी शिक्षक और संबंधित बाबुओं में भय बना हुआ है। ईमानदारी से जांच हुई तो बाबू, तत्कालीन अफसर और फर्जी शिक्षकों का फंसना तय है।
मथुरा में शिक्षक घोटाला उजागर होने के बाद से यह अंदेशा है कि अधिकांश जिलों में बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्रों के बल पर अभ्यर्थी शिक्षक गए हैं। इसमें तत्कालीन अफसरों, बाबुओं की साठगांठ रही है, इसीलिए शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। विभागीय जांच में तो वे शिक्षक भी पकड़ में नहीं आए जो एसआइटी रिपोर्ट में चिह्नित किए गए थे। अब शासन ने डीएम के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की है। इस कमेटी में एडी बेसिक, एएसपी और एडीएम भी रहेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रभारी एडी आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि एक-दो दिन में कमेटी का स्वरूप स्पष्ट हो जाएगा। इसके बाद जांच प्रक्रिया शुरू होगी। जांच गहराई से होगी और फर्जी प्रमाण पत्र वाले शिक्षक पकड़ में आएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निशाने पर रहेंगे 241 फर्जी शिक्षक
एसआइटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर विभाग द्वारा चिह्नित किए गए 241 फर्जी शिक्षक कमेटी के निशाने पर रहेंगे। विभाग के पास उनका नाम, पता और अन्य रिकॉर्ड उपलब्ध है। जबकि अन्य शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराना होगा, इसके बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। उक्त 241 फर्जी शिक्षकों पर विभाग के अधिकारियों ने पूर्व में कार्रवाई नहीं की थी, मामले को दबाए रहे थे।