Agra University: राज्यपाल का निरीक्षण कल, 24 घंटे में कैसे पूरा करेंगे होमवर्क और कैसे छिपाएंगे गंदगी को?
Agra University राज्यपाल रविवार को करेंगी सभी परिसरों का निरीक्षण। रविवार को खुलेंगे विश्वविद्यालय के सभी विभाग और संस्थान। अधिकारियों के साथ बैठक और हर परिसर का करेंगी निरीक्षण। राज्यपाल का निरीक्षण नैक निरीक्षण से जोड़कर देखा जा रहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को आगरा आ रही हैं। वे डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का निरीक्षण करेंगी। रात को खंदारी परिसर स्थित कुलाधिपति आवास में ही विश्राम करेंगी। रविवार को विश्वविद्यालय खुला रहेगा। विश्वविद्यालय 24 घंटे में सारी कमियों को ढकने और राज्यपाल के होमवर्क को पूरा करने का प्रयास करेगा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 25 सितंबर को आगरा आ रही हैं। कुलाधिपति रविवार सुबह 9:40 बजे राजकीय वायुयान से खेरिया एयरपोर्ट पर आएंगी। 9:45 पर कार से मथुरा के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर 12:30 बजे खंदारी परिसर स्थित गेस्ट हाउस पहुंचेंगी। गेस्ट हाउस में करीब डेढ़ घंटे रुकने के बाद वो दोपहर दो बजे संस्कृति भवन का निरीक्षण करेंगी। इसके बाद छलेसर परिसर, विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क परिसर, खंदारी परिसर का निरीक्षण करेंगी। शाम सात बजे तक अधिकारियों के साथ खंदारी परिसर में बैठक करेंगी। कुलाधिपति आवास में रात्रि विश्राम करने के बाद सोमवार सुबह गोरखपुर के लिए प्रस्थान करेंगी।राज्यपाल के कार्यक्रम के चलते रविवार को विश्वविद्यालय के सभी कैंपस खुलेंगे। कुलसचिव विनोद कुमार ने इसके लिए आदेश जारी किया है। सभी कर्मचारी निर्धारित समय पर विश्वविद्यालय और आवासीय संस्थान आएंगे।
नैक निरीक्षण से पहले जरूरी माना जा रहा निरीक्षण
राज्यपाल विश्वविद्यालय का निरीक्षण करेंगी। इस बात को नैक निरीक्षण से जोड़कर देखा जा रहा है। अगले साल नैक का निरीक्षण प्रस्तावित है और इस निरीक्षण में विश्वविद्यालय के ग्रेड पर राज्यपाल की विशेष नजर है। इसके साथ-साथ स्थायी कुलपति के नाम की घोषणा भी हो सकती है। स्थायी कुलपति के चयन की प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है।
राज्यपाल ने दिया था होमवर्क
दीक्षा समारोह में आई राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को सौर उर्जा, जल संरक्षण, स्वच्छता और हरियाली बढ़ाने का होमवर्क दिया था।सौर उर्जा और जल संरक्षण की तरफ विश्वविद्यालय ने कदम बढ़ाया था, लेकिन पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया है।सिर्फ एक ही विभाग को अब तक सौर उर्जा से जोड़ा है, बाकी के संस्थान अब भी इस होमवर्क को पूरा नहीं कर पाए हैं। विश्वविद्यालय में सफाई की स्थिति से सभी वाकिफ हैं।काई, गंदगी, टूटी और गंदी अलमारियों के साथ ही गंदे शौचालय राज्यपाल से कैसे छिपा पाएंगे, यह सवाल खड़ा हुआ है।