विवि की लापरवाही से संकट में छात्रों का भविष्य
जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विवि की कार्य प्रणाली से सैकड़ों छात्रों के भविष्य पर संक
जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विवि की कार्य प्रणाली से सैकड़ों छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। अधूरा रिजल्ट घोषित किए जाने के कारण छात्र आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं।
आंबेडकर विवि ने अधिकांश पाठ्यक्रमों के परिणाम घोषित कर दिए हैं। यह और बात है कि परिणाम अधूरे हैं। स्नातक के सैकड़ों विद्यार्थियों ने परास्नातक के लिए दूसरे विश्वविद्यालयों में आवेदन किया था। इनमें सेंट जोंस कॉलेज के इकोनोमिक्स, स्टेटिक्स ओर मैथ गु्रप से बीएससी करने वाले छात्र भी हैं। इन्होंने परास्नातक के लिए डीईआइ और बीएचयू में आवेदन किया है। 28 जून को इनका डीईआइ में इंटरव्यू था। मगर, एक विषय के नंबर न आने के कारण इनका परिणाम अधूरा है। ऐसे में उन्हें इंटरव्यू के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्रों ने बताया कि डीईआइ में इंटरव्यू के दौरान सभी छात्रों को दो जुलाई तक मूल प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का समय दिया गया है। ऐसा न करने पर उनका एडमिशन स्वत: निरस्त हो जाएगा। छात्र परेशान हैं। इसके अलावा बीएचयू में भी चार जुलाई से काउंसिलिंग है। वहां भी मूल प्रमाण पत्रों की आवश्यकता पडे़गी। ऐसे में विवि से स्नातक करने वाले छात्र परेशान हैं। विवि के पीआरओ गिरिजाशंकर शर्मा का कहना है कि कोशिश की जा रही है कि शनिवार तक परिणाम पूरी तरह घोषित कर दिए जाएं।
प्रवेश परीक्षा में टॉप, मार्क्सशीट नहीं
औटा महामंत्री डॉ. निशांत चौहान ने बताया कि उनके पास एक अभिभावक आए थे। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने डीइआइ में एमएससी में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा दी थी। इसमें उसने सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए। मगर, इंटरव्यू के दौरान मूल प्रमाण पत्र न होने पर उन्हें दो दिन का समय दिया गया। इस मामले को लेकर वह रजिस्ट्रार से मिले तो उन्होंने बताया कि कॉलेज यूएफएम में है। इस पर निर्णय अभी नहीं हुआ है। ऐसे में छात्रा की मार्क्सशीट जारी नहीं हो सकती। इस तरह के कई मामले हैं। विवि की लापरवाही का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।