डिग्री के लिए छह साल से चक्कर लगा रहा छात्र, बेहोश
आगरा: आंबेडकर विवि में छह साल से डिग्री के लिए चक्कर लगा रहा छात्र सोमवार को परेशान रहा। गर्मी के कारण छात्र बेहोश हो गया। आरोप है कि विश्वद्यिालय में छह साल पहले उसने डिग्री के लिए आवेदन किया था लेकिन अभी तक उसकी डिग्री नहीं दी गई है।
जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विवि में छह साल से डिग्री के लिए चक्कर लगा रहा छात्र सोमवार को बेहोश हो गया। कुछ देर बाद होश आने पर छात्र ने कर्मचारियों द्वारा डिग्री न बनाने की शिकायत की। इसके बाद जांच कराई गई, तो विवि के चार्ट और छात्र की मार्क्सशीट में दर्ज अंक में अंतर निकला।
सादाबाद निवासी विनोद कुमार ने 2007 में बीएससी की है। विवि में 2012 में डिग्री के लिए आवेदन किया था। इसके बाद से वह विवि में डिग्री के लिए चक्कर लगा रहा था, सुबह 10 बजे विवि पहुंच गया। यहां दोपहर में डिग्री सेक्शन के पास ही बेहोश होकर गिर गया। कर्मचारियों ने मुंह पर पानी डाला, इसके बाद वह होश में आया। उसने कर्मचारियों पर डिग्री न बनाने के आरोप लगाए, चीफ प्रॉक्टर डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि छात्र का रिकॉर्ड चेक किया गया, केमिस्ट्री में मार्क्सशीट में तीन, पांच और नौ अंक है। चार्ट में 13, 15 और 19 अंक दर्ज हैं। इसकी जांच कराई जा रही है।
पत्रकारिता के छात्रों की कुलसचिव से नोंकझोक
केएमआइ के एमएमसी द्वितीय वर्ष के छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं। इसके लिए 2000 रुपये परीक्षा शुल्क और इतने ही लघु शोध प्रबंधन के मांगे जा रहे हैं। इसका छात्र विरोध कर रहे हैं। सोमवार को पत्रकारिता के छात्रों ने कुलसचिव कार्यालय पर हंगामा किया, तीन घंटे इंतजार के बाद कुलसचिव केएन सिंह कार्यालय में पहुंचे। उनसे छात्रों की नोंकझोक हो गई। छात्रों का कहना है कि 10,735 रुपये प्रवेश के दौरान जमा कराए थे, इसमें परीक्षा शुल्क भी शामिल होता है। इसके बाद भी इसकी मांग की जा रही है। छात्रों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान धीरज शर्मा, सचिन पचौरी, दीप्ति आदि मौजूद रहे।