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Agra News: एसएसपी का एक्शन, एनकाउंटर की धमकी देकर वसूले थे रुपये, पांच साल तक नहीं बढ़ेगी दारोगा की सेलरी

Agra News आगरा में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने निलंबित दारोगा समेत तीन का पांच वर्ष तक वेतन नहीं बढ़ाने का आदेश दिया है। पीड़ित ने शिकायत के बाद पुलिसकर्मियों के पक्ष में दे दिया था शपथ पत्र। जांच अधिकारी ने साक्ष्यों के आधार पर की संस्तुति।

By Yashpal SinghEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Tue, 04 Oct 2022 09:38 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 09:38 PM (IST)
Agra News: एसएसपी का एक्शन, एनकाउंटर की धमकी देकर वसूले थे रुपये, पांच साल तक नहीं बढ़ेगी दारोगा की सेलरी
Agra News: आगरा के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कार्रवाई की है।

आगरा, जागरण संवादाता। पुलिस चौकी में चांदी कारीगीरों से 74 हजार रुपये वसूलने के मामले में पीड़ित का शपथ पत्र भी पुलिसकर्मियों की मदद नहीं कर सका। मजबूत साक्ष्यों के आधार पर एसएसपी ने निलंबित दारोगा और दो कांस्टेबल को विभागीय जांच के बाद दंडित कर दिया है। उनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध करने के साथ ही पांच वर्ष के लिए वेतन वृद्धि भी रोक दी गई है। अब पांच वर्ष तक उनका वेतन नहीं बढ़ सकेगा।

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एनकाउंटर की धमकी देकर वसूले थे रुपये

हाथरस के बिसावर निवासी विपिन कुमार मजदूरी पर घुंघरू बनाते हैं। सात जून वे भाई धर्मेंद्र के साथ 25 किलोग्राम चांदी के घुंघरू लेकर सराफा बाजार जा रहे थे। एत्माद्दौला क्षेत्र में टेढ़ी बगिया चौराहे के पास एक सिपाही ने उन्हें रोक लिया और पुलिस चौकी फाउंड्री नगर में ले गया। वहां 13 घंटे तक अवैध हिरासत में रखा गया और एनकाउंटर की धमकी देकर 74 हजार रुपये वसूल लिए।

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चार दिन बाद पीड़ित हिम्मत करके एत्माद्दौला थाने पहुंचा। थाना समाधान दिवस में बैठे तत्कालीन एसएसपी सुधीर कुमार सिंह से शिकायत की। उन्होंने इस मामले में शामिल चौकी प्रभारी नीलकमल, कांस्टेबल कपिल और आशीष नेहरा को निलंबित कर दिया।

एसपी पश्चिम को दी थी जांच

विभागीय जांच एसपी पश्चिम सत्यजीत गुप्ता को दे दी थी। जांच अधिकारी ने पीड़ित को बयान के लिए बुलाया। मगर, तब तक पुलिसकर्मियों ने उन्हें अपने पक्ष में कर लिया था। थाने पहुंचकर शिकायती पत्र देने वाले पीड़ित ने जांच के दौरान पुलिसकर्मियों के पक्ष में शपथ पत्र दे दिया। इसमें कहा कि उनसे न तो मारपीट की गई और न ही अवैध वसूली की गई है।सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्य घटना को साबित कर रहे थे।

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एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि जांच अधिकारी ने साक्ष्यों के आधार पर पुलिसकर्मियों को दोषी मानते हुए कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके आधार पर निलंबित दारोगा नीलकमल और कांस्टेबल कपिल व आशीष नेहरा की सत्यनिष्ठा संदिग्ध मानी गई है। तीनों की पांच वर्ष के लिए वेतन वृद्धि रोकने के भी आदेश दिए गए हैं। 


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