दिल से एससी-एसटी के साथ नहीं मोदी: रामवृक्ष
आगरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल देश को गुमराह किया है। एससी-एसटी के साथ भी मोदी दिल से साथ नहीं हैं।
आगरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल देश को गुमराह किया है। एससी-एसटी के साथ भी मोदी दिल से नहीं है। यह बात रविवार को सपा के लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ साइकिल यात्रा प्रभारी रामवृक्ष यादव ने कही।
आहार रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में भाजपा ने फूट डालने की राजनीति की है। अब जनता उन्हें समझ गई है। शिवपाल यादव के अलग मोर्चा बनाने पर उन्होंने कहा कि यह कोई प्रधानी का चुनाव नहीं है। जनता जानती है कि भाजपा फूट डालकर ऐसे कई दल खड़ा करेगी। भाजपा द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को बदल कर एससीएसटी एक्ट में संशोधन करने पर उन्होने कहा कि भाजपा दिल से एससीएसटी के साथ नहीं है। मुलायम सिंह ही उनके सच्चे हितैषी हैं। मायावती के किसी की बुआ न होने वाले बयान पर उन्होंने इसे शीर्ष नेतृत्व का मामला बताया। प्रेसवार्ता में छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव, महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार, सौरभ गुप्ता, गौरव जैन, निर्वेश शर्मा आदि उपस्थित रहे। ताजनगरी में साइकिल यात्रा का जोरदार स्वागत: 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए निकाली जा रही सपा की लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ साइकिल यात्रा रविवार को आगरा पहुंची। जगह-जगह यात्रा का सपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशन में गाजीपुर से शुरू हुई यात्रा फीरोजाबाद से रविवार दोपहर को आगरा पहुंची। टूंडला से आगरा की सीमा में प्रवेश करने पर एत्मादपुर पर सपा कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया। वाटर वर्क्स चौराहे पर महानगर अध्यक्ष चौ. वाजिद निसार की अध्यक्षता में फूल-मालाओं से यात्रा प्रभारी एमएलसी रामवृक्ष यादव व प्रदेश अध्यक्ष छात्र सभा दिग्विजय सिंह का स्वागत किया गया। यात्रा जीवनी मंडी, यमुना किनारा, पुरानी मंडी, मुगल होटल होते हुए सपा कार्यालय पर पहुंची। यहां पर रात्रि विश्राम के बाद यात्रा सोमवार सुबह शहर में निकलेगी। रास्ते में जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। अरतौनी में प्रवास के बाद मंगलवार सुबह मथुरा के लिए प्रस्थान करेगी।
जिला और महानगर की अलग-अलग टीम: सोमवार का यात्रा के स्वागत के लिए जिला और महानगर कार्यकारिणी ने जगह जगह स्वागत की व्यवस्था की है। मगर, यहां पर भी संगठन एक साथ नहीं आ सका है। जिला और महानगर ने एक ही प्वाइंट पर अलग-अलग टीमों को जिम्मेदारी सौंपी है।