दक्षिणी गेट बंदी के विरोध में बाजार बंद
जागरण संवाददाता, आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला दे ताज दक्षिणी गेट को बंद किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। क्षेत्रीय लोगों व दुकानदारों ने बाजार बंद रखकर रविवार को गेट के बाहर प्रदर्शन किया। काले झंडे लहराते हुए उन्होंने एएसआइ अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सोमवार को वह एएसआइ कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे।
जागरण संवाददाता, आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला दे ताज दक्षिणी गेट को बंद किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। क्षेत्रीय लोगों व दुकानदारों ने बाजार बंद रखकर रविवार को गेट के बाहर प्रदर्शन किया। काले झंडे लहराते हुए उन्होंने एएसआइ अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सोमवार को वह एएसआइ कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे।
एएसआइ ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की रिपोर्ट का हवाला देकर ताज का दक्षिणी गेट बंद करने की अधिसूचना शुक्रवार को जारी की थी। रविवार को गेट बंद कर दिया गया। यहां स्थित टिकट विंडो, शू-कवर व पानी की बोतल की विंडो भी बंद कर दी गई। दक्षिणी गेट को खोले रखने की बात संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कही थी, लेकिन उसकी विंडो ही खोली गई। इसके विरोध में दक्षिणी गेट पर क्षेत्रीय लोगों, दुकानदारों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने दक्षिणी गेट की बंदी को एएसआइ द्वारा सुरक्षा की आड़ में व्यापारियों के शोषण और महेश शर्मा के आदेश का अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. भुवन विक्रम द्वारा उल्लंघन करने के बैनर लहराए। दिन भर दक्षिणी गेट स्थित दुकानें बंद रहीं। प्रदर्शनकारियों के चेहरे पर गेट बंद होने से रोजी-रोटी छिनने की चिंता साफ नजर आई। बाद में मौके पर पहुंची एसीएम फोर्थ विनीता सिंह को प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन सौंपा।
70 से अधिक दुकानें प्रभावित
ताज दक्षिणी गेट पर करीब 70 दुकानें हैं। इनमें चार होटल, एक दर्जन एंपोरियम, पांच फोटो लैब हैं। इनसे करीब 250 परिवारों की रोजी-रोटी चलती है। गेट बंद किए जाने से इन सभी के समक्ष संकट खड़ा हो गया है।
हंगामे की संभावना पर पहुंचा फोर्स
प्रदर्शनकारियों द्वारा हंगामा किए जाने की संभावना पर यहां पुलिस फोर्स पहुंच गया था। सीओ ताज सुरक्षा प्रभात कुमार भी मौके पर रहे।
हम तो ताज के पहरेदार
दक्षिणी गेट निवासी और अपने घर में ही हैंडीक्राफ्ट स्टोर संचालित करने वाले अंजुम बताते हैं कि यहां रहने वाले लोग तो ताज के पहरेदार हैं। दक्षिणी गेट की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था को कभी कोई खतरा नहीं रहा। यहां कभी कोई विवाद भी नहीं हुआ। पूर्वी व पश्चिमी गेट से तो देसी-विदेशी पर्यटक दीवार पर चढ़कर स्मारक में कूद गए थे। उन गेटों को सुरक्षा कारणों से बंद क्यों नहीं किया गया?
विदेशी पर्यटकों से झड़प
जानकारी के अभाव में रविवार दोपहर कुछ विदेशी पर्यटक ताज दक्षिणी गेट पहुंच गई। उन्होंने विंडो से अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया, तो सीआइएसएफ जवानों ने उन्हें रोका। गेट से प्रवेश निषेध होने का हवाला दिया। विदेशी पर्यटकों ने इस पर ऐतराज जताया, मगर उन्हें वहां से लौटा दिया गया। वहीं, सीआइएसएफ जवान दक्षिणी गेट से बाहर आने वाले पर्यटकों को यह जानकारी देते रहे कि इस गेट से लौटने नहीं दिया जाएगा।
लगाना पड़ा लंबा चक्कर
दक्षिणी गेट जब तक खुला था तब तक पश्चिमी व पूर्वी गेट पर भीड़ बढ़ने पर डायवर्ट किए गए पर्यटक दक्षिणी गेट से स्मारक में प्रवेश कर लेते थे। रविवार को डायवर्ट किए गए पर्यटकों को करीब एक किमी का चक्कर लगाना पड़ा।