Move to Jagran APP

Strategy: हाईवे के लुटेरे पकड़ने को आगरा पुलिस ने बनाया एक्‍शन प्‍लान

Strategy आइजी के निर्देशों के बाद एसएसपी ने लगाईं विशेष टीमें। हाईवे पर सभी प्रमुख स्थानों पर सादा कपड़ों में रहेंगे पुलिसकर्मी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 04:45 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 04:45 PM (IST)
Strategy: हाईवे के लुटेरे पकड़ने को आगरा पुलिस ने बनाया एक्‍शन प्‍लान
Strategy: हाईवे के लुटेरे पकड़ने को आगरा पुलिस ने बनाया एक्‍शन प्‍लान

आगरा, जागरण संवाददाता। हाईवे पर लूट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अब नया प्रयोग करने जा रही है। सवारियों के वाहनों में बैठने के स्थानों पर वर्दी के साथ-साथ सादा कपड़ों में भी पुलिसकर्मी रहेंगे। ये सवारी बनकर वाहनों में बैठकर लुटेरों को पकड़ने का प्रयास करेंगे। आइजी ए सतीश गणेश के पुलिस की सतर्कता बढ़ाने के निर्देशों के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने इसकी प्लानिंग कर ली है।

prime article banner

एत्मादपुर के बुढ़िया का ताल के पास लुटेरों ने निजी कंपनी के सुपरवाइजर नंदकिशोर को लूटकर फेंका था। वे रामबाग चौराहा से वैगनआर कार में बैठे थे। इस घटना के बाद ही पुलिस हरकत में आ गई है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अब हाईवे पर लूट करने वाले गैंग के पर्दाफाश को सादा कपड़ों में पुलिसकर्मी लगाए गए हैं।

आइजी ने ये दिए हैं निर्देश

-आम जनता का सर्वाधिक आवागमन सिकंदरा चौराहा, भगवान टॉकीज, वाटरवर्क्स और रामबाग चौराहा से होता है। यहीं से डग्गेमार वाहन चालक सवारी बैठाते हैं। डग्गामार वाहनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए।

- सवारियों को जागरूक करने के लिए स्लोगन और चेतावनी बोर्ड लगवाए जाएं।

- लंबे रूट की प्राइवेट गाड़ियों को इन स्थानों से सवारियां न बैठाने दी जाएं।

- बीते पांच वर्ष में डग्गामार वाहनों में सवारियों से लूट, जेबकतरी, ठगी आदि की घटनाओं में प्रकाश में आए अपराधियों की सूची तैयार करें। वर्तमान में ये कहां हैं और क्या कर रहे हैं? इसका सत्यापन कराया जाए।

- पूर्व में जिन स्थानों पर घटना हुई हैं वहां पुलिस पेट्रोलिंग या पिकेट की व्यवस्था कराई जाए। सादा कपड़ों में भी पुलिसकर्मी तैनात रहें।

- हाईवे पर वाहनों में बैठाकर लूट की घटना चालक की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकती। इसलिए वाहनों की आस्मिक चेकिंग कराई जाए। वाहन में बैठी सवारियों से भी पूछताछ की जाए।

- हाईवे पर 5- 10 किमी के बीच में पिकेट ड्यूटी लगाई जाए। अगर किसी तरह की घटना की सूचना मिलती है तो तत्काल सूचना प्रसारित करेंगे और कार्रवाई भी करेंगे।

- टोल प्लाजा पर कैमरों की सेटिंग ऐसे रखी जाए कि उससे गाड़ी में बैठने वाले लोगों की भी पहचान हो सके। किसी घटना के होने पर पुलिस टोल प्लाजा पर सूचित करेगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.