नाटकीय अंदाज में छतरपुर मंदिर के पास मिला अपहृत सर्राफ, झांसी रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी से मिले थे सुराग
Agra News भाई को अपहरण की सूचना देने के बाद सर्राफ का मोबाइल बंद हो गया था। पुलिस इस मामले में संभल कर चल रही थी। अंदरखाने से जो खबरें छनकर आईं थीं वे कुछ और ही इशारा कर रही थीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा जनपद में सैंया से शुक्रवार रात को अपहृत सर्राफ चौबीस घंटे बाद पुलिस को छतरपुर में मिल गए। मंदिर के पास से उन्हें बरामद करने के बाद पुलिस टीम आगरा आ रही है।यहां पूछताछ के बाद सर्राफ के अपहरण और छतरपुर में पहुंचने का राज खुलेगा। मूलरूप से इरादत नगर के वृथला निवासी 50 वर्षीय सर्राफ छदामीलाल वर्मा का परिवार आगरा के घटिया आजम खां क्षेत्र में रहता है।
दुकान बंद कर आगरा लौट रहे थे
शुक्रवार को सर्राफ गांव में अपनी दुकान बंद करके रात को आगरा लौट रहे थे। सैंया क्षेत्र में कटी पुल के पास उनकी बाइक, बैग और जूते पड़े मिले थे। उन्होंने अपने भाई को काल करके कहा था कि उनका अपहरण हो गया है। भाई से फोन पर 51 सेकेंड बातचीत हुई थी। उसके बाद मोबाइल बंद हो गया था। देर रात मोबाइल लोकेशन ग्वालियर आई थी।
पुलिस ने बनाई थी टीमें
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की छह टीमें बनाई गई थीं। पुलिस की एक टीम ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां सीसीटीवी फुटेज खंगाले। स्टेशन के बाहर एक व्यक्ति छदामी लाल जैसा लगा। वह नंगे पैर दिख रहा था। स्वजन को फुटेज दिखाया। झांसी रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग में छदामीलाल वर्मा फिर दिखे। स्वजन ने इस बार फुटेज में देखकर उन्हें पहचान लिया। अपहरण के समय जो कपड़े पहनना बताया गया था वही उस व्यक्ति ने पहन रखे थे। इस बार पैर में चप्पल थीं।
सीसीटीवी फुटेज मिले
सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद अपहरणकांड में नया मोड़ आया। पुलिस झांसी में उन्हें खोज पाती इससे पहले उनकी नई लोकेशन छतरपुर की आई। पुलिस की टीम दोपहर में वहां पहुंच गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शाम के समय सर्राफ छदामीलाल छतरपुर में छदामीलाल बागेश्वर धाम मंदिर के पास से बरामद हो गए।पुलिस टीम रात को ही उन्हें लेकर रवाना हुई। पुलिस अभी अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं कर रही है।