Operation to Release Lawyer: ऐसे चला आॅपरेशन, 10 जीप और 10 बाइक पर 36 घंटे तक घेराबंदी
सिकंदरा क्षेत्र से हुआ था अपहरण बदमाशों ने मांगी थी 50 लाख की फिरौती । धौलपुर में बाड़ी कें एक घर में बंधक बनाकर रखे थे अधिवक्ता 15 दिन बाद छुड़ा पाई पुलिस।
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा क्षेत्र से अगवा अधिवक्ता पंद्रह दिन से बदमाशों के चंगुल में थे। पुलिस की टीम एक सप्ताह से बीहड़ में डेरा डाले थीं। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के आने से पहले पुलिस ने बदमाशों के चंगुल से अधिवक्ता को मुक्त करा लिया।
फीरोजाबाद के मुहल्ला राजपूताना निवासी अधिवक्ता अकरम अंसारी का सिकंदरा क्षेत्र से तीन फरवरी को अपहरण हुआ था। बदमाशों ने उनके भाई के मोबाइल पर कॉल करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। तभी से पुलिस की टीम उसकी तलाश में लगी थी। एक सप्ताह से पुलिस की टीमों ने तातपुर और धौलपुर में तलाश शुरू की थी। उधर, फीरोजाबाद और आगरा में अधिवक्ताओं में अपहरण के बाद भारी आक्रोश था। रविवार रात को एसएसपी बबलू कुमार पुलिस टीम के साथ राजस्थान के बॉर्डर पर डटे रहे। धीरे-धीरे पुलिस की टीमें बदमाशों के करीब पहुंच गईं। सोमवार रात आठ बजे पुलिस ने अधिवक्ता अकरम अंसारी को राजस्थान के बाड़ी से मुक्त करा लिया। बदमाशों ने उन्हें एक घर में बंधक बनाकर रखा था। पुलिस ने वहां से एक युवक को भी उठाया है। आगरा पुलिस की टीम अपहृत को मुक्त कराने के बाद अपने साथ देर रात आगरा लेकर पहुंची। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अपहृत अधिवक्ता को सकुशल मुक्त करा लिया गया है।
बीहड़ में दी फिरौती, कस्बे से दबोचे बदमाश
अधिवक्ता का अपहरण करने वाले बदमाशों को दबोचने को पुलिस ने मजबूत प्लानिंग की थी। पहले उन्हें परिजनों से बीहड़ में फिरौती दिला दी। 36 घंटे तक बदमाश आगे-आगे रहे और पुलिस स्वजनों के साथ पीछे-पीछे। सोमवार रात को पुलिस ने कस्बे से बदमाशों को दबोचकर सकुशल अधिवक्ता को बरामद किया। उनसे फिरौती में दिए गए 15 लाख रुपये भी बरामद कर लिए।
फीरोजाबाद के राजपूताना मुहल्ला निवासी अधिवक्ता अकरम अंसारी को तीन फरवरी को बदमाशों ने अगवा किया था। दो दिन बाद बदमाशों ने फिरौती को कॉल की तो पुलिस सक्रिय हो गई। चार बार फिरौती की कॉल में बदमाश 50 लाख से 15 लाख पर आकर रुक गए। उन्होंने स्वजनों से कह दिया कि इतनी रकम नहीं मिली तो वे अधिवक्ता को मार देंगे। पुलिस टीम स्वजनों के साथ एक सप्ताह से ही बीहड़ में खाक छान रही थी। रविवार को एसएसपी बबलू कुमार पुलिस की 10 चार पहिया गाड़ियों से और 10 बाइक से टीम को लेकर राजस्थान के बार्डर पर रहे। बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस ने नया तरीका अपनाया। उन्होंने स्वजनों के साथ शामिल होकर बदमाशों को राजस्थान के बीहड़ में फिरौती की रकम 15 लाख दे दी। बदमाशों ने उनसे सोमवार को अधिवक्ता को बाड़ी में गुरुद्वारा से छोड़ने का वादा किया था। मगर, वे घुमाते रहे। पुलिस भी उनके पीछे लगी रही। 36 घंटे तक पुलिस बिना सोए बदमाशों का पीछा करती रही। सोमवार रात आठ बजे पुलिस टीमों ने एक घर में बदमाशों को घेर लिया। अपहृत अकरम अंसारी को मुक्त कराने के साथ ही पांच बदमाशों को भी दबोच लिया। अपहरण में इस्तेमाल की गई गाड़ी और फिरौती मांगने को इस्तेमाल किया गया फोन अभी बरामद नहीं हुआ है। आॅपरेशन में पुलिस के साथ एसटीएफ भी रही।
सुरेंद्र गैंग ने किया था अपहरण
बाड़ी निवासी सुरेंद्र गुर्जर पूर्व में बड़े गैंग से जुड़ा था। अब उसने अधिवक्ता का अपहरण कर उन्हें अपने कब्जे में ही रख लिया था। पुलिस उसका और गैंग के सदस्यों का अपराधिक इतिहास पता कर रही है।