गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों को न हो परेशानी, संक्रमण से बचाव को बरतें सावधानी
नोडल अधिकारी ने की समीक्षा आगरा मंडल के अधिकारियों को दिए निर्देश। किसी भी स्थिति में किसानों को बैरंग नहीं किया जाएगा। उनकी सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही कोविड नियमों का गंभीरता से पालन कराया जाना है।
आगरा, जागरण संवाददाता। गेहूं खरीद की तैयारियों का जाएजा लेने आए आगरा मंडल के नोडल अधिकारी श्रीकांत गोस्वामी ने बुधवार को सर्किट हाउस में आगरा मंडल के सभी जिलों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में किसानों को बैरंग नहीं किया जाएगा। उनकी सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही कोविड नियमों का गंभीरता से पालन कराया जाना है। गत वर्ष से 10 फीसद अधिक केंद्रों पर खरीद हो और निर्धारित समय पर किसानों के खाते में धनराशि पहुंच जाए।
नोडल अधिकारी श्रीकांत गोस्वामी ने कहा कि अगर किसी केंद्र पर किसान से गेहूं खरीद संबंधित कोई समस्या आती है, तो उसे तत्काल सक्षम अधिकारी से वार्ता कर समाधान कराया जाए। अगर इसके बाद भी समाधान नहीं हो पा रहा है, तो शासन स्तर पर बताया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर संबंधित केंद्र पर न पहुंच किसान दूसरे केंद्र पर आ जाए तब भी उसे वापस न किया जाए। नोडल अधिकारी ने फीरोजाबाद में गत वर्ष से कम क्रय केंद्र खोले जाने और मथुरा में गत वर्ष से 10 फीसद केंद्र नहीं बढ़ाने पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि किसी भी स्थिति में गत वर्ष से केंद्र कम नहीं होने हैं। साथ ही 10 फीसद का इजाफा करना है। नोडल अधिकारी ने बारदाने और धनराशि की उपलब्धता के बारे में पूछा, जिसकी पर्याप्त व्यवस्था नहीं हुई है। उन्होंने जल्द ही इसको पूरा करने के निर्देश दिए और बायोमैट्रिक स्टाल होन के बाद उससे ही खरीद करने की बात कही। इस दौरान आरएफसी श्रीकृष्ण, पीसीएफ आरएम अजय यादव, जिला खाद विपणन अधिकारी अजय विक्रम, उप निदेशक मंडी एमसी गंगवार, मंडी सचिव आगरा शिवकुमार राघव सहित मंडल के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
15 जून तक होगी खरीद
जिले में कुल 48 केंद्रों पर एक अप्रैल से 15 जून तक गेहूं खरीद होनी है। इसके लिए पीसीएफ के 38, खाद्य विभाग के नौ, एफसीआइ का एक केंद्र है।