आंधी ही बरपा गई कहर, छह लोगों की मौत
आगरा: तूफान की आशंका थी, लेकिन आई आंधी, लेकिन वह भी कहर ढहा गई। छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन घायल हुए हैं।
जेएनएन, आगरा: तूफान की आशंका थी, लेकिन आई आंधी, लेकिन वह भी कहर ढहा गई। बुधवार शाम एकदम से पलटे मौसम में तेज रफ्तार अंधड़, बरसात और ओलावृष्टि के चलते ब्रज मंडल में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन घायल हुए हैं। जानवर भी हताहत हुए हैं। कई जगहें दीवारें ढह गई, पेड़ और विद्युत पोल धराशायी हो गए।
मौसम विभाग ने राजस्थान सीमा से सटे आगरा को लेकर तूफान का अलर्ट जारी कर रखा था। तूफान तो नहीं, बुधवार शाम को तेज आंधी और कहीं-कहीं तेज बारिश और ओलावृष्टि भी हुई। आंधी थमने के बाद जगह-जगह से तबाही की खबरें आने लगीं। आगरा के एत्मादपुर क्षेत्र के दो गांवों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दीवार के मलबे में दबकर दर्जनभर लोग घायल हो गए। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खंदौली के नगला अर्जुन में दीवार का मलबा गिरने से तीन बच्चे घायल हो गए। बरहन के मौसमपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय की दीवार गिर गई और यहीं के हसनजहांपुर में एक पुरानी धर्मशाला आंधी के दौरान गिर पड़ी, लेकिन इनसे कोई हताहत नहीं हुआ है।
मथुरा में भी आंधी और तेज वर्षा कहर बनकर टूटी। गांव कराहरी में ट्रॉली के नीचे दबकर मजदूर की और टैंटीगांव में बिजली का पोल गिरने से महिला की मौत हो गई। कारब के गांव अड्डा में टिन शेड उड़कर गिरने से एक महिला के हाथ कट गए। करीब दर्जनभर लोग घायल हो गए। फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। मथुरा में लोगों ने भूकंप के झटके भी महसूस किए गए। यमुना एक्सप्रेस वे के बाजना टोल पर बूथ का शीशा टूटने से दो कर्मचारी घायल हो गए।
फीरोजाबाद में रेलवे लाइन के किनारे शौच कर रहे अधेड़ व्यक्ति आंधी के दौरान पोल से टकरा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि शिकोहाबाद के गांव वाकलपुर में दीवार गिरने से तीन लोग घायल हो गए। एटा में मंगलवार रात और बुधवार शाम को तेज आंधी के साथ ओले पड़े। मंगलवार की रात आई आंधी के दौरान एक बालक की छत से गिरने पर मौत हो गई। कासगंज और मैनपुरी में भी आंधी-बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ।