तूफान से तबाही, आगरा में 10 मरे
आगरा: बुधवार शाम अचानक बदले मौसम से आफत टूट पड़ी। तेज आंधी-तूफान, ओले और बारिश से 38 लोगों की मौत हो गई। आगरा में ही 10 लोग मरे हैं और दर्जनों घायल हैं।
जेएनएन, आगरा: देश के बड़े हिस्से में बुधवार शाम अचानक बदले मौसम से आफत टूट पड़ी। तेज आंधी-तूफान, ओले और बारिश से 38 लोगों की मौत हो गई। आगरा में ही 10 लोग मरे हैं और दर्जनों घायल हैं। राजस्थान में सड़क पर खड़े वाहन पलट गए। जगह-जगह पेड़ टूटने से ट्रेन और सड़कों पर ट्रैफिक रुक गया। आगरा में जगह-जगह जलभराव हो गया।
ब्रज 11 अप्रैल के बाद दूसरी बार तूफान-ओलों ने तबाही मचा दी। 132 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आए तूफान ने पंद्रह मिनट में ही सब तहस-नहस कर दिया। सैंया के कुकावर निवासी राजवीर के बेटे अंकी, भोला और बेटी सन्नो की मकान ढहने से मौत हो गई। जबकि राजवीर और उनकी पत्नी माया घायल हैं।
फतेहाबाद के जाजपुर में ओमदत्त (60), बले का वास में 65 वर्षीय रामवती (65) और खेरागढ़ के नगला उदैया निवासी अर्जुन सिंह ने दम तोड़ दिया। बाह के गांव रुदमुली में दीवार की चपेट में आकर 35 वर्षीय कुलदीप सिंह की जान चली गई। खेरागढ़ के डूंगरवाला में 55 वर्षीय राजो पत्नी राजवीर और उनके नाती की दीवार के नीचे दबकर मौत हो गई और चार अन्य चोटिल हो गए। एत्माद्दौला के प्रकाश नगर निवासी 52 वर्षीय सुभाष (52) ने दीवार गिरने से दम तोड़ दिया। खेरागढ़ के बुढ़ैरा से दो बच्चों को गंभीर हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। तूफान से सैकड़ोंपेड़ और र्होडिंग्स धराशाई हो गए। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के पोल गिर पड़े। मथुरा और फीरोजाबाद में भी तूफान से पेड़ और र्होडिंग्स गिरे हैं। पाक के विक्षोभ का असर
जासं, लखनऊ: उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि पाकिस्तान के पास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय बना हुआ है। जिसका असर मौसम पर भी पड़ा है। एक-दो दिन बारिश के आसार हैं। शहर में जगह-जगह बत्ती गुल
शहर और देहात में बिजली के तार टूटने से जगह-जगह बत्ती गुल हो गई है। टोरंट की ओर से देर रात फोन रिसीव नहीं किए जा रहे थे।