शैक्षणिक योग्यता ही जीवन की सफलता का मानक नहीं: डीएम
आगरा: केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता ही जीवन की सफलता का मानक नहीं हो सकती। सफलता कई घटकों पर निर्भर करती है।
जासं, आगरा: केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता ही जीवन की सफलता का मानक नहीं हो सकती। सफलता कई घटकों पर निर्भर करती है, एक व्यक्ति कई क्षेत्रों में योग्यता रख सकता है, जो उसे सफल बना सकती है। उदाहरण के लिए एक व्यक्ति संगीत, खेलकूद, अभिनय, चित्रकला, फोटोग्राफी, व्यापार आदि क्षेत्र में कामयाबी की सीढि़यां चढ़ सकता है। माता-पिता को अपने बच्चों की योग्यता को पहचानना चाहिए, उन्हें उसी तरीके से प्रोत्साहित करना चाहिए। पढ़ाई में बोर्ड परीक्षा ही अंत नहीं है। एक व्यक्ति कई स्तरों पर खुद को सिद्ध कर सकता है। माता-पिता को अपने बच्चों पर दवाब नहीं बनाना चाहिए और उन्हें कम अंक लाने पर डांटना नहीं चाहिए। यह संसार बहुत बड़ा मंच है। जो सभी प्रकार की योग्यताओं की कद्र करता है। इसलिए हमें बच्चों के विभिन्न प्रकार के गुणों को प्रोत्साहित करना चाहिए। बच्चों की योग्यता को ध्यान में रखकर उसे आगे बढ़ाएं।
अभिभावकों को अपनी इच्छाएं बच्चों पर थोपने और उनको पूरा करने के लिए दवाब बनाने की आदत छोड़नी होगी। ऐसे बहुत उदाहरण हैं, जो प्रारंभ में शैक्षणिक प्रदर्शन अच्छा नहीं कर पाए, लेकिन वे जीवन में सफलता के उच्च स्तर तक पहुंचे। अल्बर्ट आइंस्टीन को तो सभी जानते हैं। उनके अध्यापक ने उनकी कॉपी में लिख दिया था कि वह भविष्य में कुछ नहीं कर पाएंगे। लेकिन अल्बर्ट आइंस्टीन महान वैज्ञानिक बने। उन्होंने सभी का नजरिया ही बदल दिया। यदि वह भी तब कम अंकों के दवाब में आ जाते तो शायद दुनिया को एक महान वैज्ञानिक मिल ही नहीं पाता। इसलिए अपने बच्चों पर भरोसा रखें और उनकी योग्यता के अनुरूप प्रोत्साहन दें। कम अंक आने पर डांटने के बजाय समझाएं कि अंक ही जीवन में सब कुछ नहीं हैं।
गौरव दयाल, डीएम आगरा