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एटीएम कार्ड के क्लोन बना 3.75 लाख निकाले

आगरा: सदर क्षेत्र के कारोबारी और उनके बेटे के एटीएम कार्ड का शातिरों ने क्लोन बना लिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 May 2018 12:47 AM (IST)Updated: Thu, 10 May 2018 12:47 AM (IST)
एटीएम कार्ड के क्लोन बना 3.75 लाख निकाले
एटीएम कार्ड के क्लोन बना 3.75 लाख निकाले

जागरण संवाददाता, आगरा: सदर क्षेत्र के कारोबारी और उनके बेटे के एटीएम कार्ड का शातिरों ने क्लोन बना लिया। इसके बाद पिता-पुत्र के खातों से सात दिन के दौरान 3.75 लाख रुपये निकाल लिए। तीन दिन पहले पासबुक में एंट्री कराने पिता-पुत्र डाकघर पहुंचे। खाते से रकम गायब देख उनके होश उड़ गए। स्टेटमेंट लेने पर पता चला कि सारी रकम बेंगलुरु में एटीएम से निकाली गई है।

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सदर के मुस्तफा क्वार्टर निवासी परमजीत का लंगड़े की चौकी पर जूता कारखाना है। उनके पुत्र जगमीत सिंह सिकंदरा हाईवे स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर हैं। पिता-पुत्र दोनों के प्रतापपुरा स्थित प्रधान डाकघर में खाते हैं। अप्रैल में एफडी पूरी होने पर परमजीत एवं बेटे जगमीत सिंह ने उक्त रकम खाते में जमा कराई थी।

जगमीत सिंह के मुताबिक पांच मई को वह प्रतापपुरा प्रधान डाकघर स्थित एटीएम से रुपये निकालने गए थे। एक दिन में वह खाते से अधिकतम 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं। उन्होंने दस हजार रुपये निकालना चाहा तो पता चला कि वह 25 हजार रुपये पहले ही निकाल चुके हैं। पिता का एटीएम प्रयोग किया तो उसमें भी यही पता चला। शनिवार शाम का समय होने के चलते डाकघर बंद हो चुका था। इसके चलते सोमवार को डाकघर में पासबुक में एंट्री कराने गए तो पता चला कि पिता के खाते से सात मई की सुबह तक दो लाख रुपये और उनके खाते से पांच मई तक पौने दो लाख रुपये निकल चुके थे।

डाकघर से स्टेटमेंट लिया तो पता चला कि रकम बेंगलुरु के एटीएम से 29 अप्रैल से सात मई के बीच निकाली गई है। यह रकम उनके एटीएम का क्लोन बनाकर निकाली गई थी। पिता-पुत्र दोनों ने सदर थाने में तहरीर दी है। डाकघर नहीं देता मैसेज अलर्ट

जगमीत का कहना है कि डाकघर द्वारा एटीएम से रकम निकालने पर मैसेज अलर्ट की सुविधा नहीं दी जाती। यदि मैसेज अलर्ट की सुविधा होती तो उनको रकम नहीं गंवानी पड़ती। एटीएम में स्कीमर लगा होने की आशंका

परमजीत और जगमीत के मुताबिक डाकघर के एटीएम से सिर्फ नकदी निकाल सकते है। इस कार्ड से खरीदारी नहीं कर सकते। उन्होंने संजय प्लेस डाकघर के एटीएम से 17 अप्रैल को अंतिम बार रकम निकाली थी। उन्हें शक है कि क्लोन गैंग ने एटीएम में स्कीमर लगा रखा होगा। उससे ही क्लोन एटीएम बनाया गया। बड़ी संख्या में एटीएम क्लोन होने की आश्ाका

कारोबारी और उनके पुत्र का एटीएम क्लोन होने का मामला सामने आने के बाद साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है। डाकघर के अन्य ग्राहकों के एटीएम भी क्लोन होने की आशंका है। एक अप्रैल से शुरू हुई 24 घंटे एटीएम की सुविधा

डाकघर के एटीएम एक महीने पहले तक रात आठ बजे बंद कर दिए जाते थे। एक अप्रैल से डाक विभाग ने 24 घंटे एटीएम खुले रखने की सुविधा शुरू की थी।


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