हिरासत में रख अवैध वसूली के मामले में जगदीशपुरा इंस्पेक्टर पर भी गाज, एसएसपी ने कर दिए लाइन हाजिर
थाना जगदीशपुरा के तीन दारोगा और तीन सिपाही किए थे निलंबित। जांच में दोषी पाए गए तो हो सकता है मुकदमा दर्ज। एक गैंगस्टर से रकम लेकर दो व्यक्तियों को रखा था अवैध रूप से हिरासत में। छोड़ने के एवज में मांग रहे थे रकम।
आगरा, जागरण संवाददाता। थाना जगदीशपुरा में हिरासत में रखकर अवैध वसूली के मामलेे में तीन दारोगा समेत छह पुलिसकर्मियों पर निलंबन की गाज गिरने के बाद एससपी सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को इंस्पेक्टर को भी लाइन हाजिर कर दिया। थाने के तीन दारोगा और तीन सिपाहियों पर गैंगस्टर से रकम लेकर दो लोगों को हिरासत में रखकर वसूली का आरोप है। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर दारोगा और तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बतायाा कि गैंगस्टर सनी कबाडिया से रुपये लेकर पुलिस ने अमित और जितेंद्र नाम के दो लोगों को हिरासत में लिया था। उनसे छोड़ने के बदले रकम मांगी गई थी। मामला अधिकारियों के पास पहुंचने पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही कर दी। मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कराई गई। प्रारंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि के बाद मंगलवार को तीन दारोगा ऋषिपाल सिंह, अर्जुन प्रताप सिंह, मनोज कुमार और सिपाहियों राजीव कुमार, दीपक राणा व गौरव को निलंबित कर दिया गया था।
एसएसपी ने बताया कि इन सभी पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच शुरू हो गई है। एसपी सिटी विकास कुमार को जांच सौपी गई है। आरोपों के संबंध में साक्ष्य जुटाए जाएंगे। जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। मामले में इंस्पेक्टर प्रवींद्र कुमार भी जांच के दायरे में हैं। थाने में पुलिस ने दो लोगों को अवैध हिरासत में रखकर जेल भेजा। इंस्पेक्टर पर पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने इसमें लापरवाही बरती। जिस पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है।
खाकी पर पहले भी लगे हैं दाग
-जुलाई 2018 में न्यू आदर्श नगर बल्केश्वर निवासी सरसों के तेल एवं रिफाइंड के थोक विक्रेता चंदन गुप्ता को लंगड़े की चौकी पर दो पुलिसकर्मियों ने रोक लिया था। खुद को क्राइम ब्रांच से बताते हुए 15 लाख रुपये लूट लिए थे। दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार किया गया था।
-जनवरी 2012 में मोतीगंज में गल्ला व्यापारी से डेढ़ लाख रुपये लूटने के आरोप में तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया था। तीनों पुलिस लाइन में तैनात थे।