Agra News: चंबल नदी खतरे के निशान के करीब, आगरा में यमुना का भी बढ़ रहा जलस्तर
Agra News धाैलपुर और पिनाहट में चंबल नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है। रविवार सुबह पिनाहट में चंबल का जलस्तर 123 मीटर मापा गया है। आसपास के गांवाें में नदी का पानी घुस चुका है। खतरे को देखते हुए स्टीमर का संचालन बंद करा दिया गया है।
आगरा, जागरण टीम। आगरा में तो बारिश इतनी नहीं हो रही लेकिन आसपास के राज्याें में जोरदार बारिश चल रही है। इसके चलते चंबल नदी पूरे उफान पर आ चुकी है। दूसरी तरफ यमुना नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। चंबल नदी का पानी निचले इलाकाें में बसे गांवाें में घुस चुका है। वहीं खतरे को देखते हुए चंबल नदी में लगातार दूसरे दिन यानि रविवार को भी स्टीमर संचालन बंद रखा गया है।
मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बह रही चंबल नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। हमारे पिनाहट संवाददाता लवकुश पाराशर के अनुसार आज सुबह पिनाहट चम्बल नदी का जल स्तर 123 मीटर पर पहुंच गया है। इसके चलते प्रशासन ने स्टीमर का संचालन आज भी बंद रखने के आदेश दिए हैं। किनारे पर बसे गांवाें में ग्रामीणाें को अब चिंता सताने लगी है कि यदि यहां बारिश होती है तो उन्हें सुरक्षित स्थानाें पर पलायन करना पड़ेगा।
धाैलपुर पर चंबल नदी पर रविवार सुबह ये स्थिति है।
वहीं हमारे धाैलपुर संवाददाता गजेंद्र कांदिल ने बताया कि राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में अधिक बारिश होने की वजह से चंबल नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। भाड़ा कोटा बैराज से भी बांध के गेट खाेल दिए गए हैं। पानी की अधिक आवक से चंबल के किनारे बसे गांवों तक पानी पहुंच गया है।
धौलपुर प्रशासन ने किया अलर्ट जारी
चंबल किनारे गांव में प्रशासनिक अधिकारी और हल्का पटवारी तैनात कर दिए गए हैं। धौलपुर जिला कलेक्टर अनिल कुमार ने आदेश जारी कर दिए हैं कि लोग नदी से दूर रहें। लेकिन उसके बावजूद पुराने पुल पर पब्लिक चंबल का विकराल रूप देखने पहुंच रही है और लोग सेल्फी ले रहे हैं। इधर इसी के चलते शुक्रवार को एक हादसा भी हो गया था। चंबल का जलस्तर देखने पहुंचा युवक पैर फिसलने से नदी में गिर पड़ा और गोताखाेराें ने उसके शव को बाहर निकाला था।
यमुना खतरे के निशान से पांच मीटर नीचे
आगरा में सालभर नाले की तरह बहने वाली यमुना में भी इस समय पानी उफान पर है। पहाड़ाें पर हो रही बारिश के चलते बांधाें के गेट खाेल दिए गए हैं और आगरा में वाटर वर्क्स पर यमुना खतरे के निशान से पांच मीटर नीचे है।