पॉलीथिन और थर्मोकोल की बिक्री को रोकने में निगम हुआ फेल
मुख्य सचिव ने निगम की कार्यशैली पर जताई नाराजगी - स्व'छ भारत मिशन को लगा झटका, सुधार पर जोर - लगातार अभियान चलाने के दिए आदेश
आगरा : नगर निगम की लचर कार्यशैली से स्वच्छ भारत मिशन को धक्का लगा है। पॉलीथिन और थर्मोकोल के सामान की बिक्री को रोकने में निगम और जिला प्रशासन फेल रहा है। इस पर मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने नाराजगी जताई है। लगातार अभियान चलाने के आदेश दिए हैं।
प्रदेश सरकार ने दो अक्टूबर को हर साइज की पॉलीथिन व कैरीबैग, थर्मोकोल के चम्मच, कप, प्लेट, ग्लास की बिक्री पर रोक लगा दी है। निगम और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से अभियान नहीं चलाया। न ही लोगों को जागरूक किया गया है। इसी के चलते बाजार में धड़ल्ले से पॉलीथिन और थर्मोकोल के सामान की बिक्री हो रही है।
सिर्फ एक सेनेटरी इंस्पेक्टर ने की कार्रवाई
नगर निगम में डेढ़ दर्जन के करीब सेनेटरी इंस्पेक्टर और चार जोनल सेनेटरी इंस्पेक्टर हैं। सेनेटरी इंस्पेक्टर श्रीप्रकाश सिंह ने साढ़े तीन कुंतल के करीब पॉलीथिन और थर्मोकोल का सामान जब्त किया। बाकी किसी इंस्पेक्टर ने कोई कार्रवाई नहीं की।
सभी विभाग फेल
शासन ने नगर निगम, जिला प्रशासन सहित 12 विभागों की जवाबदेही तय की है, लेकिन पॉलीथिन की बिक्री को रोकने में सभी विभाग फेल रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव ने जताई चिंता
अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार पर जोर दिया था। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस कदम उठाने के आदेश दिए।
- पॉलीथिन और थर्मोकोल के सामान की बिक्री पर रोक है। निगम व जिला प्रशासन को इसका सख्ती से पालन कराने के आदेश दिए गए हैं।
नवीन जैन, मेयर