आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में लोहामंडी के बल्देवगंज में सर्राफ से दिनदहाड़े दुस्साहसिक लूट की वारदात में पुलिस की सुई अब स्थानीय बदमाशों पर टिक गई है। वह पांच वर्ष के दाैरान बल्देवगंज की तरह घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों का रिकार्ड खंगाल रही है। तीन दिन बाद भी बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस टीमें 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देख चुकी हैं। उन्हेें बदमाशों के आने का मार्ग पता चल गया। मगर, विकल चौक (सुल्तानगंज पुलिया) से आगे का उनके भागने का रूट नहीं मिल रहा है।
सर्राफ की दुकान से हुई थी लूट
बल्देवगंज के व्यस्त बाजार को 21 जनवरी की दोपहर बाइक सवार तीन बदमाशों ने थर्रा दिया था। वह सर्राफ नारायण अग्रवाल की दुकान में घुस गए थे। साढ़े तीन लाख रुपये की सोने की छह चेन लूट ले गए थे। घेराबंदी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर सोनू बघेल, नितिन अरोड़ा, दिलशाद और शरीफ को घायल कर दिया था। बदमाश पांच मिनट में वारदात करके भाग गए थे।
सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। जिसमें बदमाशों का विकल चौक तक जाने का मार्ग मिला। वह पुराने राजामंडी रेलवे स्टेशन मार्ग से तोता का ताल हाेकर मदिया कटरा पहुंचे। वहां से आरबीएस व दीवानी चौराहे होकर भगवान टाकीज से विकल चौक तक गए ्र थे। यहां से उनके भागने का फुटेज नहीं मिला है।
शममसाबाद और फतेहाबाद मार्ग में उलझाई पुलिस
बदमाशों ने पुलिस को शमसाबाद और फतेहाबाद मार्ग के बीच उलझा दिया है। पुलिस को मिली फुटेज में बदमाश शमसाबाद मार्ग से शहीद नगर पुलिस चौकी होते फतेहाबाद मार्ग पर पहुंचे। वहां से एमजी रोड होते हुए बल्देवगंज आए थे।
पेशेवरों की तरह चलाई गोलियां
बदमाशों ने पेशेवरों की तरह गोलियां चलाई थीं। किसी के भी सिर या सीने पर निशाना नहीं लगाया। पैरों की ओर गोलियां मारीं। जिससे चारों लोगों के पैर में गोली लगी। बदमाशों का यह तरीका उनके पेशेवर होने की पुष्टि करता है।
आसपास के जिलों से मांगी है जानकारी
पुलिस ने अलीगढ़, मथुरा, फिराेजाबाद व एटा समेत आसपास के जिलों से भी इस तरह की घटनाओं को करने वाले पूर्व में गिरफ्तार बदमाशों की जानकारी मांगी है। गाजियाबाद में चार जनवरी को तीन बदमाशों ने गोली मारकर लूट की थी। जिसमें दो बदमाशों की कद काठी बल्देवगंज वाली घटना के बदमाशों से मिलती है।
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पुलिस की 20 टीमें लगी हैं। जो सुराग मिले हैं, उसके आधार पर पुलिस आगे बढ़़ रही है। कड़ियां जोड़ने का काम किया जा रहा है। घटना का जल्दी ही पर्दाफाश किया जाएगा। - डा. प्रीतिंदर सिंह पुलिस आयुक्त