Agra Lockdown Update Day 12: आटे की कालाबाजारी पकड़ने को साहब ने अपनाया अनूठा तरीका
ग्राहक बनकर निकले एसपी ने पकड़ी आटे की कालाबाजारी। थोक में चक्की वाले ने तीस रुपये किलो की दर से मांगे थे दाम। चक्की का भी नहीं था लाइसेंस गेहूं खरीद के न दिखा सका बिल।
मथुरा, जेएनएन। लॉकडाउन में रसद की कालाबाजामरी किए जाने के मामले भी सामने आ रहे हैं। शनिवार सुबह एसपी सिटी और खाद्य सुरक्षा इंस्पेक्टर ग्राहक बनाकर मोटरसाइकिल पर आटा खरीदने के लिए निकले, तो चक्की वाले ने थोक में तीस रुपये किलो की दर से दाम मांग लिए। उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
लॉकडाउन में खाद्य सामग्री के जिला प्रशासन ने निर्धारित की कीमत से अधिक मूल्य पर दुकानदार बेच रहे हैं। ऐसी शिकायतें भी उपभोक्ता प्रशासन से कर रहे हैं। खाद्य सामग्री की कालाबाजारी पकडऩे को एक रणनीति के तहत सुबह एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा और खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवराज सिंह मोटरसाइकिल लेकर बाजार में निकले थे। उनके पीछे ही खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के अभिहीत अधिकारी चंदन पांडेय और जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी राजेश्वर प्रताप सिंह भी मोटरसाइकिल से चल रहे थे। भरतपुर गेट लालागंज में दीपक कुमार की चक्की पर पहुंचे और आटा मांगा। दीपक ने पहले 32 रुपये किलो के भाव बोले और बाद में 30 रुपये किलो में थोक में आटा देने के लिए राजी हो गया। जब एसपी सिटी ने थोक के रेट अधिक बताए, तो चक्की वाले ने दो टूक कह दिया कि इससे कम नहीं मिलेगा। पीछे अन्य अधिकारी और पुलिस पहुंच गई। उन्हें देखकर दुकानदार के होश उड़ गए। दुकानदार चक्की चलाने और आटा व गेहूं खरीद के बिल भी टीम के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर सका। टीम ने चक्की को सील कर दिया। अभिहीत अधिकारी ने कोतवाली में चक्की संचालक के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट कराई है। अभिहीत अधिकारी चंदन पांडेय ने बताया कि चक्की का संचालन का लाइसेंस नहीं था। उसे सील कर दिया गया है। आटा और गेहूं खरीद के बिल भी आरोपित से मांगे गए हैं। दरअसल में फुटकर में आटे के रेट 28 से 30 रुपये किलो निर्धारित किए गए हैं, जबकि थोक में आटे की कीमत 26 रुपये किलो के हैं।