एनसीआर की जरूरत नहीं है जेवर में एयरपोर्ट
आगरा: ताजनगरी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना के मुद्दे को हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाली सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने अब सांसद रामशंकर कठेरिया व चौधरी बाबूलाल से जुड़ने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, आगरा: ताजनगरी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना के मुद्दे को हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाली सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने अब सांसद रामशंकर कठेरिया व चौधरी बाबूलाल से जुड़ने की मांग की है। वहीं नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स, एफमेक, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन को भी पत्र भेज समर्थन मांगा गया है।
मंगलवार को होटल केएस रॉयल, सिकंदरा में प्रेसवार्ता में सोसायटी के सचिव अनिल शर्मा ने बताया कि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर छह माह तक नई फ्लाइट यात्रियों की संख्या बढ़ने का हवाला देकर शुरू नहीं करने की बात कही जा रही है। इसके कोई आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। यह कुछ लोगों का प्रोपोगेंडा है, जिससे जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन सके। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की यह जरूरत नहीं है। सरकार को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने बताया कि 150 किमी में दो एयरपोर्ट नहीं हो सकते हैं। जेवर में एयरपोर्ट बनने पर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी को जुर्माना देना होगा। इससे बचने को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भीड़ का दबाव दिखाया जा रहा है।
सोसायटी के अध्यक्ष शिरोमणि सिंह ने बताया कि सरकार हमारी जनहित याचिका पर जवाब नहीं दे रही है। आगरा के जनप्रतिनिधि इस मुद्दे को उचित मंच पर नहीं उठा पा रहे हैं। आगरा में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का सिविल एन्क्लेव शेड्यूल्ड फ्लाइटों की संख्या कम होने से घाटे में चल रहा है। जयपुर फ्लाइट की सफलता से समझ सकते हैं कि यहां एयर कनेक्टिविटी बढ़ाए जाने की व्यापक संभावनाएं हैं।