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Agra News: आग लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई, आगरा में आधा दर्जन हास्पिटल सील

Agra News स्वास्थ्य विभाग की 12 टीमों ने गुरुवार को बेसमेंट में संचालित हास्पिटलों पर कार्रवाई की। शाम तक आधा दर्जन हास्पिटल सील कर दिए गए। कार्रवाई जारी है। यमुनापार स्थित चैतन्य हास्पिटल राधारानी हास्पिटल मंगलम हास्पिटल और संगम हास्पिटल सील हुए हैं।

By Rajeev SharmaEdited By: Tanu GuptaPublished: Thu, 06 Oct 2022 06:34 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 06:34 PM (IST)
Agra News:  आग लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई, आगरा में आधा दर्जन हास्पिटल सील
यमुना पार क्षेत्र के आगरा में छह अस्पताल सील।

आगरा, जागरण संवाददाता। नरीपुरा स्थित आर मधुराज हास्पिटल में अग्निकांड के बाद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सख्त निर्देश का असर दिखा। स्वास्थ्य विभाग की 12 टीमों ने गुरुवार को बेसमेंट में संचालित हास्पिटलों पर कार्रवाई की। शाम तक आधा दर्जन हास्पिटल सील कर दिए गए। कार्रवाई जारी है।

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इसमें यमुनापार के साथ ही धनौली तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हास्पिटल शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यमुनापार स्थित चैतन्य हास्पिटल, राधारानी हास्पिटल, मंगलम हास्पिटल और संगम हास्पिटल को सील कर दिया। मरीजों को दूसरी हास्पिटलों में भर्ती कराया जा रहा है। धनौली क्षेत्र में रघुवंशी हास्पिटल में संचालक ने मरीज को हास्पिटल में ही कैद कर दिया। एसीएमओ ने दरवाजा खुलवाकर मरीज को बाहर निकलवाया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। 

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मंगलम हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। जिसके चलते बेसमेन्ट व हॉस्पिटल सील किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आने की सूचना पर रघुवंशी हॉस्पिटल में मरीज को कैद कर लिया गया। एसीएमओ जैन ने खुलवाया दरवाजा। मामले में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी है। यमुनापार में स्वास्थ्य विभाग की चार टीम काम कर रही हैं। जिसमें राधा रानी हॉस्पिटल को भी सील किया गया है।

टीम ने कई अस्पतालों की जांच की। संगम हॉस्पिटल बेसमेंट में संचालित था। साथ ही उसमें फायर सिस्टम की सुविधा न होने पर सील लगाई गई। हास्पिटल में तीन मरीज भर्ती थे। जिसमें से एक मरीज की छुट्टी हास्पिटल के द्वारा कर दी गई। वहीं दो मरीज की शिफ्टिंग को दो दिन का समय दिया गया है।

सिटी मेडिकेयर सेंटर की मान्यता आयुर्वेद में थी। लेकिन उसके बोर्ड पर मेडिकोज, एमबीबीएस चिकित्सकों के नाम दर्ज थे। बावजूद इसके शटर गिरा दिए गए। टीम ने फिलहाल इस पर सील नहीं लगाई है। इसका दूसरे हॉस्पिटल वाले ने विरोध किया। उन्होंने उसे सील करने की मांग उठाई। इस पर एसीएमओ से जिरह भी चलती रही।


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