ताजनगरी को मिली खेल जगत की सबसे बड़ी सौगात, खेल मंत्री ने किया लोकार्पण
खेल मंत्री ने किया देश के पहले फाइव ए साइड हॉकी एस्ट्रोटर्फ का लोकपर्ण। अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के है अनुरूप। खेल जगत में आगरा को मिली विशेष उपलब्धी।
आगरा: ताज महल के लिए विश्व पटल पर अपनी पहचान रखने वाला आगरा अब खेल जगत की विशेष उपलब्धी के लिए जाना जाएगा। एक अर्से के इंतजार के बाद शनिवार को ताजनगरी को देश का पहला फाइव ए साइड हॉकी एस्ट्रोटर्फ मिल ही गया। एकलव्य स्टेडियम में बने फाइव ए साइड हॉकी एस्ट्रोटर्फ काे खेलमंत्री चेतन चौहार ने फीता काटकर लोकार्पित किया। इस दौरान उनके साथ खेल निदेशक आरपी सिंह, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त जगवीर सिंह, एससी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया, पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह आदि भी उपस्थिरत थे। इस अवसर पर खेल मंत्री ने प्रदेश की खेल प्रतिभाआें के लिए बड़े ऐलान भी किये।
फाइव ए साइड हॉकी एस्ट्रोटर्फ की विशेषता
सवा छह करोड़ रुपये की लागत से तैयार एस्ट्रोटर्फ को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है। एस्ट्रोटर्फ में सिर्फ फ़लड लाइट का काम रह गया है। लाइट लगते ही एस्ट्रोटर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो जाएगा। फिलहाल एस्ट्रोटर्फ में खिलाडिय़ों के लिए टॉयलेट और ड्रेसिंग रूम का भी निर्माण कराया है। हालांकि एस्ट्रोटर्फ का काम काफी पहले ही पूरा किया जाना था। निर्माणदायी संस्था ने 31 दिसंबर 2017 तक निर्माण कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया था। बाद में खेल निदेशालय की ओर से एक माह का समय बढ़ा दिया गया।
कब शुरु हुआ था एस्ट्रोटर्फ काम
सपा सरकार में वर्ष 2015 में एस्ट्रोटर्फ लगाने का 5.13 करोड़ रुपये का काम स्वीकृत हुआ था। जुलाई, 2016 में काम की शुरुआत हुई थी। प्रोजेक्ट में कुछ नए काम जुडऩे से इसकी लागत बढ़कर 6.26 करोड़ पहुंच गई। 47 गुणा 78 वर्गमीटर क्षेत्रफल में एस्ट्रोटर्फ लगाया गया है। देश में यह पहला एस्ट्रोटर्फ है, जिसे फाइव-ए-साइड हॉकी को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। हॉकी के सभी मैदानों पर अब टर्फ लगी होती है। खिलाड़ी टर्फ पर हॉकी का अभ्यास कर सकेंगे। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले हो सकेंगे।