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Agra Fort: मुगल शहंशाह शाहजहां ने बिताए थे जिंदगी के अंतिम पल, मुसम्मन बुर्ज की बंद कोठरियों का होगा संरक्षण

Agra Fort औरंगजेब ने मुगल शहंशाह शाहजहां को मुसम्मन बुर्ज में कैद किया था। इसका संरक्षण होगा। खाई की तरफ प्रथम तल पर स्थित है कोठरी। 46.98 लाख रुपये संरक्षण कार्य पर होंगे व्यय। सैलानियों के लिए ये जगह बंद है।

By Nirlosh KumarEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Sun, 15 Jan 2023 01:47 PM (IST)Updated: Sun, 15 Jan 2023 01:47 PM (IST)
Agra Fort: मुगल शहंशाह शाहजहां ने बिताए थे जिंदगी के अंतिम पल, मुसम्मन बुर्ज की बंद कोठरियों का होगा संरक्षण
Agra Fort: मुसम्मन बुर्ज की बंद कोठरियों का होगा संरक्षण।

आगरा, जागरण संवाददाता। अपनी जिंदगी के अंतिम पलों में शहंशाह शाहजहां जिस जगह से मुमताज की याद में बनवाए गए ताजमहल को निहारा करता था, उस मुसम्मन बुर्ज का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षण किया जाएगा। स्मारक में खाई की तरफ भूतल पर स्थित कोठरियों (इनर सेल्स) की मरम्मत की जाएगी। इसके साथ ही प्लिंथ प्रोटेक्शन का काम भी किया जाएगा। इस पर करीब 46.98 लाख रुपये व्यय होंगे।

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औरंगजेब ने किया था यहां कैद

शहंशाह शाहजहां को औरंगजेब ने आगरा किला में वर्ष 1658 से 1666 तक आगरा किला में बंदी बनाकर रखा था। बंदी काल में शाहजहां मुसम्मन बुर्ज से ताजमहल देखा करता था। सफेद संगमरमर से बना यह स्मारक आगरा किला में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। पच्चीकारी के काम को देखकर दर्शक विस्मित रह जाते हैं। मुसम्मन बुर्ज जितना ऊपर नजर आता है, उससे कहीं अधिक यह नीचे की तरफ बना हुआ है। एएसआइ द्वारा किले की खाई की तरफ स्थित मुसम्मन बुर्ज में भूतल स्थित कोठरियों का संरक्षण किया जाएगा। पर्यटकों के लिए स्मारक का यह भाग बंद है।

एएसआइ करेगा संरक्षण का कार्य

आगरा किला के वाटर गेट पर बने घाट की तरफ इस कोठरी से होकर रास्ता जाता है। यहां दासा (बार्डर) के पत्थर, तोड़े व छत के खराब पत्थरों को बदला जाएगा। स्मारक व खाई की दीवार के बीच स्थित जगह को साफ कर यहां प्लिंथ प्रोटेक्शन का काम किया जाएगा। यहां दीवारों पर उगे पौधों व झाड़ियों को भी हटाया जाएगा।

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अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि मुसम्मन बुर्ज की खाई की तरफ स्थित दीवार के साथ ही प्लिंथ प्रोटेक्शन का काम किया जाना है। यहां इनर सेल्स का संरक्षण भी होगा।

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पिछले वर्ष कराया था छत का काम

एएसआइ ने पिछले वर्ष मुसम्मन बुर्ज की छत का संरक्षण कराया था। छत के संरक्षण के दौरान यह जानकारी सामने आई थी कि ब्रिटिश काल में करीब 115 वर्ष पूर्व मुसम्मन बुर्ज की छत के वजन को कम करने के लिए दोहरी छत बनवाई गई थी। तब इसमें ब्रिटेन से गर्डर मंगवाकर लगाए गए थे। गले हुए गर्डर बदलवाए गए थे। 


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