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    लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम से दी गई धमकी, आगरा के चिकित्सक दंपती से होटल के नाम पर 1.1 करोड़ ठगे

    By Ali Abbas Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Fri, 14 Nov 2025 07:38 PM (IST)

    आगरा में एक डॉक्टर दंपती को लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम पर धमकी मिली और उनसे होटल में निवेश के नाम पर 1.1 करोड़ रुपये की ठगी की गई। दंपती को धमकी देकर फिरौती मांगी गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    लॉरेंस विश्नाेई।

    जागरण संवाददाता, आगरा। कालिंदी विहार के रहने वाले चिकित्सक दंपती को पुणे में सस्ते में होटल दिलाने के नाम पर 1.21 करोड़ रुपये ठग लिए गए। कोल्हापुर (महाराष्ट्र) के रहने वाले आरोपित मिष्ठान भंडार मालिक ने दो वर्ष पहले चिकित्सक दंपती को मोबाइल पर होटल की फोटो भेजकर अपने जाल में फंसाया।

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    कहा कि साझेदारी में तीन करोड़ रुपये में होटल खरीद लेंगे। खाते में रकम हस्तानांतरित कराने के बाद होटल का बैनामा नहीं कराया। धोखाधड़ी का शक होने पर चिकित्सक दंपती ने रकम वापस मांगी तो उन्हें लारेंस विश्नोई गैंग का नाम लेकर धमकाया गया। चिकित्सक रविंद्र सिंह बघेल ने ट्रांस यमुना थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

    कालिंदी विहार के रहने वाले डा. रविंद्र सिंह बघेल ने मुकदमा दर्ज कराया है। चिकित्सक के अनुसार अस्पताल संचालक उनके बड़़े भाई जारजोधन सिंह हैं। बड़े भाई पहले हलवाई का काम करते थे। इसी दौरान वर्ष 2012 में भाई की मुलाकात कोल्हापुर के रहने वाले रमेश कुकरामजी चौधरी से हुई।

    दोनों के बीच गहरी मित्रता हो गई। दाेनों परिवारों का एक दूसरे के यहां आना-जाना था। रमेश कुकरामजी ने वर्ष 2017 में कोल्हापुर में मिष्ठान की दुकान खोलने के लिए भाई से पांच लाख रुपये लिए थे। जिसके बदले में भाई को उन्होंने 50 ग्राम सोने की सिल्ली दी।कहा कि वह उधारी न चुका पाएं तो सिल्ली को बेच देना।

    भाई जारजोधन सिंह ने बतौर अमानत सोने की सिल्ली को रख लिया। इस बीच रमेश कुकरामजी दो बार आगरा उनसे मिलने आए। कहा कि रकम देने में कुछ समय लग जाएगा। मित्रता के चलते उन्होंने इसे सामान्य रूप में लिया।

    वर्ष 2020 में कोराेना के चलते दो वर्ष तक काम बंद रहा। आरोपित रमेश कुकरामती ने वर्ष 2023 में संपर्क किया, उन्हें बताया कि पुणे में एक होटल बिक रहा है। होटल मालिक उमेश शरत कुमार और किरण रामचंद्र फड़तरे अमेरिका जा रहे हैं। वह होटल को सस्ते में बेच रह्रे हैं। रमेश ने कहा कि जारजोधन, वह और डा. रविंद्र बघेल मिलकर साझेदारी में होटल खरीद लेते हैं। जो बाद में चार करोड़ में बिक जाएगा।

    आरोपित ने उन्हें वीडियो काल पर होटल दिखाया। बताया कि होटल के बाहर ढाई हजार वर्ग मीटर खाली जगह भी है। जिसका मूल्य करोड़ों में है। सौदा अच्छा देख वह तैयार हो गए। आरोपित के कहने पर उन्होंने उमेश शरत कुमार और किरण रामचंद्र फड़तरे के खाते में 1.17 करोड़ रुपये हस्तांनातरित कर दिए।

    यह रकम उन्होंने और पत्नी डा. प्राची ने सितंबर 2023 से जनवरी 2024 को होटल का बैनामा कराया जाना था। डा. रविंद्र बघेल के अनुसार बैनामा का समय आने पर आरोपित रमेश कुकरामजी ने उनसे बात करना बंद कर दिया। बैनामा कराने को कहा तो बोलने लगा कि होटल मालिक बेईमान हो गए हैं। वह अब बात नहीं कर रहे हैं।

    जिस पर वह इस वर्ष अप्रैल में पत्नी, भाई के साथ आरोपित रमेश कुमरामजी के घर कोल्हापुर पहुंचे। होटल मालिकों के पास चलने की कहा तो उसने मना कर दिया। कहने लगा कि होटल मालिकों ने लारेंस विश्नोई गैग से बात कर रखी है। रकम वापस मांगने पर चिकित्सक उनके परिवार को जान से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने आरोपित रमेश द्वारा दी गई सोने की सिल्ली को बेचने का प्रयास किया तो वह पता चला कि पीतल है।

    डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि चिकित्सक की तहरीर पर आरोपितों रमेश कुकरामजी, होटल मालिकों उमेश शरत कुमार और किरण रामचंद्र फड़तरे के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।

     

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