NHAI: नया हाईवे, दो माह में दो बार मरम्मत, फिर भी उखड़ी सड़क Agra News
फास्टैग और बढ़ा हुआ टोल देने के बाद भी वाहन चालकों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना। सिकंदरा ओवरब्रिज पर ठेकेदार कंपनी की खुली मनमानी।
आगरा, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तो ऐसा लगता है कि आंखों पर पट्टी बांधे काम कर रहा है। टोल चार्जेस में बढ़ोत्तरी और फास्टैग की अनिवार्यता के बाद भी वाहन चालकों को सुविधाएं नहीं दे पा रहा। खासतौर पर दिल्ली-कानपुर हाईवे चौड़ीकरण में भ्रष्टाचार हुआ है। मानकों की अनदेखी से जगह-जगह से सड़क उखड़ गई है। कुछ जगहों पर तो काली गिट्टी तक नहीं बची है। ऐसे में नवनिर्मित इस हाईवे पर चलना खतरे से खाली नहीं रहा। सिकंदरा ओवरब्रिज पर तो ठेकेदार कंपनी की खुली मनमानी चल रही है।
सिकंदरा फ्लाईओवर की एक साइड दीपावली के आसपास खोली गई थी। दो-चार दिन बाद ही सड़क उखड़ने लगी। कार्यदायी संस्था ने इसे फिर से बनाया। मगर, सप्ताहभर में यह सड़क फिर से उखड़ गई है। यहां लाल गिट्टी डालकर गड्ढों को भरा गया है। इससे यहां से गुजरने वाले वाहनों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यानि नई बनी सड़क की दो बार मरम्मत भी हो गई, उसके बाद भी हाल चलने लायक नहीं। भ्रष्टाचार की परतें उधड़कर सामने आ चुकी हैं लेकिन कार्रवाई कोई नहीं।
इसी ओवरब्रिज की दूसरी लेन को खोले जाने के लिए दिसंबर तक का समय बताया गया था। दो माह बीत चुके लेकिन इसे पूरा कराया ही नहीं गया है। यही हाल सर्विस रोड का है। ओवरब्रिज बनाने के चलते ट्रैफिक सर्विस रोड से गुजारा गया। हजारों बड़े वाहनों के सर्विस रोड से गुजरने के चलते बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। उसकी मरम्मत कराने की सुध भी एनएचएआइ ने नहीं ली है।
वहीं भगवान टाकीज फ्लाईओवर की स्थिति ज्यादा खराब है। खंदारी से वाटर वर्क्स की ओर जाने पर इस साइड की आधी सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। फ्लाईओवर की आधी सड़क ऊंची-नीची है तो आधी में काली गिट्टी ही नहीं है। ऐसे में तेज रफ्तार से आने वाले वाहनों चालकों के लिए हादसे की संभावना बनी रहती है।
यहां भी हाईवे खराब
. सिकंदरा चौराहा से आगे खंदारी की ओर की साइड में गड्ढे हो गए हैं।
. होली पब्लिक स्कूल कट के पास गिट्टियां उखड़ गईं हैं।
. गुरुद्वारा गुरू का ताल के पास एक साइड की सड़क किनारे से उखड़ गई है।
. आइएसबीटी के सामने रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई है।
. अबुल उल्लाह दरगाह के सामने किनारे सड़क टूट गई है।
टोल एक्सप्रेस वे के बराबर तो सुविधाएं क्यों नहीं
दिल्ली जाने के लिए यदि एनएच-19 का इस्तेमाल करें तो इसके टोल और यमुना एक्सप्रेस वे के शुल्क में कोई खासा अंतर अब नहीं बचा है और यदि सुविधाओं की बात करें तो एनएच 19 पर सफर करना आज भी सुरक्षित नहीं। जगह-जगह उखड़ी सड़कें हादसे की वजह बन रही हैं। वहीं जनसुविधाओं के नाम पर तो वैसे ही शून्य है।