सिविल टर्मिनल का रास्ता साफ
ताजनगरी में खेरिया एयरपोर्ट पर नए सिविल टर्मिनल का निर्माण किया जाना है। जमीन खरीद की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाने से इसमें विलंब हो रहा है। इसे देख अब किसानों की मांग को पूरा करते हुए जमीन के बदले जमीन दिए जाने की तैयारी है। इसके लिए सदर तहसील प्रशासन ने सरकारी जमीन की तलाश शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, आगरा: ताजनगरी में खेरिया एयरपोर्ट पर नए सिविल टर्मिनल का निर्माण किया जाना है। जमीन खरीद की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाने से इसमें विलंब हो रहा है। इसे देख अब किसानों की मांग को पूरा करते हुए जमीन के बदले जमीन दिए जाने की तैयारी है। इसके लिए सदर तहसील प्रशासन ने सरकारी जमीन की तलाश शुरू कर दी है।
उप्र सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) के बीच पिछले वर्ष खेरिया एयरपोर्ट पर नए सिविल टर्मिनल के निर्माण को मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग एमओयू हुआ था। धनौली, बल्हेरा व अभयपुरा की 23.32 हेक्टेअर जमीन में टर्मिनल बनाया जाना है। इसके लिए अब तक करीब 20 हेक्टेअर जमीन की खरीद जिला प्रशासन कर चुका है। यहां कुछ मकान मालिक व किसान कम दर पर जमीन देने को तैयार नहीं हैं। उनकी मांग है कि जब उन्हें सर्किल रेट के हिसाब से स्टांप ड्यूटी रजिस्ट्री के लिए देनी पड़ी है तो मुआवजा भी उसी के अनुसार मिलना चाहिए। आधा दर्जन किसानों ने जमीन के बदले जमीन की मांग की थी। प्रशासन उन्हें लंबे समय से मनाने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही।
एससी आयोग के अध्यक्ष सांसद रामशंकर कठेरिया ने तो पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा टर्मिनल का शिलान्यास 24 दिसंबर को कराने की बात कही थी। आठ दिसंबर को आए उप्र के नागरिक उड्डयन मंत्री नंदगोपाल नंदी ने धनौली का दौरा कर जमीन खरीद की प्रक्रिया शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रशासन इसमें जुट गया है। रविवार को एसडीएम सदर श्यामलता आनंद ने टीम के साथ किसानों को जमीन के बदले जमीन देने के उद्देश्य से शमसाबाद, ग्वालियर रोड, पथौली व उसके आसपास की भूमि का निरीक्षण किया।
आधा दर्जन किसानों को जमीन के बदले जमीन दी जानी है। इसके लिए सरकारी जमीन देखी जा रही है। करीब डेढ़ हेक्टेयर जमीन किसानों को दी जानी है।
श्यामलता आनंद, एसडीएम सदर