, छात्रों को भी देना होगा इस पर ध्यान
आगरा: जिले के बीटीसी और डीएलएड कॉलेजों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।
आगरा: जिले के बीटीसी और डीएलएड कॉलेजों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। जांच को पहुंच रहीं टीमों को बताए गए पतों पर कुछ कॉलेज ही नहीं मिल रहे। वहीं कुछ ने एक ही कैंपस को अलग-अलग पतों पर दिखाकर दो कॉलेजों की मान्यता ले रखी है।
रिपोर्ट देने से पहले जांच कर रही टीमें कुछ भी खुलकर बोलने से बच रही हैं। लेकिन अनियमितताएं मिलने की तरफ इशारा जरूर कर रही हैं।
वहीं जांच को लेकर डायट प्राचार्य अहिबरन सिंह ने बताया कि फिलहाल जांच जारी है। कॉलेज संचालकों ने जांच के विरोध में हड़ताल छेड़ रखी है और वह कॉलेजों पर ताला लगाकर जांच को पूरा नहीं होने दे रहे। इस कारण जांच टीमों को गेट से ही लौटना पड़ रहा है।
इसलिए हो रही है जांच : तथ्यों को छुपाकर और फर्जी दस्तावेज लगाकर मान्यता पाने वाले, अवैध वसूली व मनमाने तरीके से संचालित होने वाले बीटीसी और डीएलएड कॉलेजों की शिकायत शासन को लगातार मिल रही थी। इसलिए विशेष सचिव के आदेश पर जिलाधिकारी ने जिले के 164 कॉलेजों की जांच के लिए 55 टीमें गठित की थीं। प्रत्येक टीम को तीन कॉलेज आवंटित किए गए थे, जहां जाकर उन्हें छह बिंदुओं की जांच करनी हैं। केस वन
अपर नगर मजिस्ट्रेट और एक ऐडेड स्कूल प्रधानाचार्य निरीक्षण के लिए कलवारी शाहगंज के पते पर दर्ज एक कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्हें कॉलेज नहीं मिला। कॉलेज संचालक को फोन किया, तो वह अपने साथ ले गया, तभी काफी दूर जाकर कॉलेज मिला। केस टू
अपर जिलाधिकारी और शिक्षाधिकारी की टीम दयालबाग स्थित कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंची। दो कॉलेजों के नाम सूची में थे। फोन करने पर कॉलेज संचालक ने फोन बंद कर लिया। कॉलेज पहुंचे तो गेट पर ताला लगा मिला। निरीक्षण नहीं कर पाए क्योंकि एक ही कैंपस में दोनों कॉलेज चल रहे थे।