ताज से दुनिया को 'बीट प्लास्टिक पोल्यूशन' का संदेश
आगरा: प्लास्टिक के कचरे की समस्या से जूझती दुनिया को रविवार को ताज से 'बीट प्लास्टिक पोल्यूशन' का संदेश दिया गया।
जागरण संवाददाता, आगरा: प्लास्टिक के कचरे की समस्या से जूझती दुनिया को रविवार को ताज से 'बीट प्लास्टिक पोल्यूशन' का संदेश दिया गया। ताज के पार्श्व में दशहरा घाट पर यमुना में सफाई कर इसकी शुरुआत की गई। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग धीरे-धीरे कम करने की शपथ ली गई। ताज समेत देशभर के 100 आदर्श स्मारकों के 500 मीटर के दायरे को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने की घोषणा केंद्रीय संस्कृति और वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने की।
पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस है। इस बार इसकी थीम बीट प्लास्टिक पोल्यूशन तय की गई है। इसके माध्यम से एक बार प्रयोग में लाई जाने वाली प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने का संदेश दुनिया भर को दिया जा रहा है। यूनाइटेड नेशंस इन्वायरमेंट प्रोग्राम (यूएनईपी) द्वारा इस बार भारत को विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी सौंपी गई है। इसी कड़ी में रविवार को ताज के साये में दशहरा घाट पर दोपहर को 'स्वच्छ पर्यावरण' कार्यक्रम हुआ। यहां यमुना तट पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा, एससी आयोग के अध्यक्ष सांसद रामशंकर कठेरिया, यूएनईपी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एरिक सोल्हेम और यूएनईपी की देश की ब्रांड एंबेस्डर अभिनेत्री दिया मिर्जा ने यमुना में प्रतीकात्मक सफाई कर इसकी शुरुआत की।
इसके बाद होटल रेडिसन ब्लू में देश व दुनिया को बीट प्लास्टिक का संदेश देने की केंद्रीय संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने दिलाई। उन्होंने कहा कि यह देश का सौभाग्य है कि यूनाइटेड नेशंस ने दुनिया भर के लिए समस्या बन चुकी प्लास्टिक के खिलाफ संदेश देने की जिम्मेदारी देश को सौंपी है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करना है। ताज के 500 मीटर के दायरे को गंदगी, पॉलीथिन और प्लास्टिक फ्री बनाएंगे। देश के 100 आदर्श स्मारकों के 500 मीटर के दायरे को भी प्लास्टिक मुक्त किया जाएगा। वहां जो प्लास्टिक इस्तेमाल होगा, उसे एकत्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छह मंत्रों के अनुरूप रीयूज के योग्य बनाया जाएगा। बीट प्लास्टिक पोल्यूशन एंड टूरिज्म पर सब मिलकर काम करेंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करते हुए हम धीरे-धीरे इसे बंद करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। प्लास्टिक की बोतलों के एक बार उपयोग के बाद संबंधित कंपनी उन्हें वापस कर रीसाइकलिंग कर उसे पुन: उपयोग के अनुकूल बनाएं, इसके लिए प्रयास किया जाएगा। हम प्लास्टिक प्रयोग को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।