'एमएस' लिखकर हर मर्ज का इलाज, ओपीडी पर रोक
आगरा: क्लीनिक के बोर्ड पर 'एमएस' की डिग्री लिखकर हर मर्ज का इलाज और ऑपरेशन किए जा रहे है।
आगरा: क्लीनिक के बोर्ड पर 'एमएस' की डिग्री लिखकर हर मर्ज का इलाज और ऑपरेशन किए जा रहे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को छापे मार कर दो क्लीनिक की ओपीडी पर रोक और डेंटल क्लीनिक को बंद करा दिया।
अपंजीकृत क्लीनिक व हॉस्पिटल सेल के प्रभारी डॉ. नंदन सिंह ने बताया कि आनंद क्लीनिक, शाहगंज में एमडी आनंददानी मरीजों को देख रहे थे। उन्होंने बीएएमएस की डिग्री और क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में पंजीकरण होने की जानकारी दी। उनके द्वारा एलोपैथी की दवाएं और इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा था। मरीजों की लाइन लगी थी, ओपीडी पर रोक लगा दी है। बगल में बेटे एके आनंद का डेंटल क्लीनिक था, इन्होंने 2013 के बाद से पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं कराया है। क्लीनिक को बंद करा दिया है। डिग्री दिखाने के लिए नोटिस जारी किया है। इसके बाद डॉ. एससी राय मेमोरियल एंड चैरिटेबल पॉली क्लीनिक, शाहगंज में छापा मारा। यहां सुफल राय 88 मरीजों को परामर्श दे चुके थे, 20 से अधिक मरीज क्लीनिक पर बैठे थे। बोर्ड पर बीएएमएस और एमएस डिग्री लिखी हुई थी। डिग्री को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, मरीजों को पर्चे के साथ दी जा रही फाइल में सभी तरह के ऑपरेशन, बेहोशी सहित अन्य सुविधाएं भी लिखी हुई थी। मरीजों को एलोपैथी की दवाएं बगल स्थित मेडिकल स्टोर से लेने के लिए कहा जा रहा था। इसकी ओपीडी पर भी रोक लगा दी है।
सुफल रॉय पर दर्ज हो चुका है मुकदमा
डॉ. नंदन सिंह ने बताया कि सुफल रॉय पर पूर्व में भी मुकदमा दर्ज हो चुका है, एक क्लीनिक फीरोजाबाद में भी चल रहा है। इसकी भी जांच कराई जा रही है, कार्रवाई के दौरान क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को भी साथ रखा जाएगा, जिससे तुरंत कार्रवाई की जा सके।