विश्वविद्यालय में पीएचडी को एमफिल वाले भी चुन रहे परीक्षा का विकल्प
- एमफिल अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा होने के चलते सभी की सीट पक्की होना मुश्किल, मेरिट के आधार पर भरी जाएंगी बिना परीक्षा वाली सीटें
आगरा, जागरण संवाददाता। आंबेडकर विवि द्वारा पीएचडी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एमफिल व नेट कर चुके अभ्यर्थियों को सीधे प्रवेश दिया जाएगा, लेकिन सीट पक्की न होने की संभावना के चलते अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर रहे हैं। जिससे किसी एक में उनकी सीट पक्की हो जाए।
एक दशक बाद विश्वविद्यालय में पीएचडी की प्रक्रिया शुरू की गई है। विवि ने पीएचडी के लिए करीब 1300 सीटों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसमें आधी सीटें बिना प्रवेश प्रक्रिया के भरी जानी हैं। इसके लिए एमफिल और नेट वाले अभ्यर्थी पात्र हैं। आधी सीटों पर सीधे प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा भीड़ एमफिल वाले अभ्यर्थियों की है। पिछले 10 वर्ष में करीब दो हजार छात्र-छात्राओं ने एमफिल की है। इसके अलावा दूसरे विवि के एमफिल अभ्यर्थी भी हैं। लंबे समय से पीएचडी का इंतजार कर रहे एमफिल अभ्यर्थियों के आवेदन की संख्या ज्यादा है। ऐसे में सीट पक्की न होने की आशंका के चलते अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा का विकल्प भी साथ लेकर चल रहे हैं।
मेरिट से होगा चयन
पीएचडी परीक्षा समन्वयक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि अधिकतम 50 फीसद सीटें बिना प्रवेश परीक्षा के भरी जानी हैं। इसमें सीटों से ज्यादा आवेदन पर मेरिट के हिसाब से चयन होगा।
बीए-एलएलबी के रीएग्जाम 29 से
आगरा: आंबेडकर विवि ने बीए, बीए-एलएलबी के रीएग्जाम 29 जनवरी से कराने का निर्णय लिया है। परीक्षा एक फरवरी तक चलेंगी। विवि के पीआरओ गिरजाशंकर शर्मा ने बताया कि परीक्षा में करीब तीन हजार छात्र शामिल होंगे। परीक्षा दो पालियों में होगी। सुबह की पाली में आठ से 11 व दोपहर में दो से पांच बजे तक परीक्षा होगी। सभी परीक्षार्थियों का केंद्र आगरा में होगा। जिन्होंने अभी तक फॉर्म नहीं भरे हैं, वहां ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।