एसएन मेडिलक कॉलेज में लगी आग की आंखाें देखी, बिल्डिंग में लगी आग नहीं, चार दिन की बेटी की खैरियत करती रही परेशान
नवजात बेटी की कुशलता को लेकर बेचैन रही मालती। ताजगंज के धांधूपुरा की मालती ने 11 मार्च को सिजेरियन ऑपरेशन से बेटी को दिया था जन्म। सर्जरी बिल्डिंग में आग के बाद पति उसे एम्बुलेंस से एमसीएच विंग में लेकर आया।
आगरा, अली अब्बास। एसएन की सर्जरी बिल्डिंग में आग लगने से वहां से आनन फानन में निकली मालती अपनी चार दिन की नवजात बेटी की खैरियत को लेकर परेशान रही। वह पति से बार -बार अपनी बेटी का हाल पूछती रही। उधर पति रविन्द्र भी परेशान रहा। करीब एक घंटे बाद उसे स्टाफ से पता चला कि नवजात बेटी को गढ्ढे वाले वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
ताजगंज के धांधूपुरा निवासी मालती पत्नी रविन्द्र को 11 मार्च की सुबह एसएन में भर्ती कराया गया था। मालती ने उसी दिन सुबह 11 बजे सिजेरियन से बेटी को जन्म दिया था। नवजात को सांस लेने में दिक्कत होने पर ऑक्सीजन ओर रखा गया है। वह मालती के बराबर वाले वार्ड में भर्ती है। मंगलवार की सुबह दस बजे मालती ने बेटी को फीडिंग कराई थी।
पति रविन्द्र ने बताया वह पत्नी के लिए दोपहर करीब 12:15 बजे पानी लेने बाहर आया था। पांच मिनट बाद ही उसे आग लगने की जानकारी मिली। पानी की बोतल वहीं पर फेंक कर वह प्रथम तल पर भर्ती पत्नी के वार्ड की ओर भागा। पत्नी के टांके अभी पूरी तरह से सूखे नही है, इसलिए किसी तरह उसे सीढ़ियों से नीचे उतारा। बेटी को ऑक्सीजन लगी होने के चलते उसे बाहर लेकर आना मुश्किल होता। पत्नी को बिल्डिंग से बाहर लाने के बाद, उसे वहां बैठा कर वह बेटी को लेने के अंदर गया।
वह वार्ड में नही दिखी तो परेशान हो गया। पति-पत्नी दोनों करीब एक घंटे परेशान रहे। स्टाफ ने उसे बताया कि बेटी को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। उधर, मालती नवजात बेटी को देखने और उसे फीडिंग कराने के लिए परेशान रही। स्टाफ और पति ने किसी तरह उसे समझाया कि बेटी सकुशल है।