Gram Panchayat Chunav: गांवों में रुके काम, प्रशासकों को अब तक नहीं मिले वित्तीय अधिकार
Gram Panchayat Chunav बीती 25 दिसंबर की आधी रात को ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया। जिले के 695 प्रधान पूर्व हो गए। इसी रात को ही प्रधानों के डोंगल से भुगतान प्रक्रिया को भी बंद कर दिया गया। उनसे डोंगल वापस ले लिए गए।
आगरा, जागरण संवाददाता। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य रुक गए हैं। भुगतान न होने की स्थिति में नये काम शुरू नहीं हो पा रहे। इसके चलते कई गांवों में मूलभूत कार्य तक नहीं हो पा रहे। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के बाद नियुक्त किए गए प्रशासकों को वित्तीय अधिकार के तहत अब तक डोंगल नहीं मिले हैं। जिससे कि वह डिजिटल सिग्नेचर कर भुगतान कर सकें।
बीती 25 दिसंबर की आधी रात को ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया। जिले के 695 प्रधान पूर्व हो गए। इसी रात को ही प्रधानों के डोंगल से भुगतान प्रक्रिया को भी बंद कर दिया गया। उनसे डोंगल वापस ले लिए गए। ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर उनके डिजिटल सिग्नेचर अनरजिस्र्टर्ड कर दिए गए। प्रधानों की जगह पर सहायक विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतों का प्रशासन नियुक्त किया गया। मगर, उन्हें अब तक डोंगल नहीं मिले हैं। कुछ को मिल भी गए हैं तो उनके डिजिटल सिग्नेचर रजिस्टर्ड नहीं हुए हैं। इसके चलते वह कोई भी भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की रफ्तार थम गई है। पिनाहट और तांतपुर के कुछ गांवों में इंटरलाकिंग की मरम्मत के कार्य होने हैं। सैंया, खेरागढ़ क्षेत्र में हैंडपंप मरम्मत के कार्य होने हैं। इधर, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि अभी घाेषित नहीं हैं। ऐसे में गांव की सरकार के गठन में अभी समय है। तब तक ग्रामीणों को परेशानी उठानी ही होगी। नये प्रधान नियुक्त होने के बाद ही विकास कार्य गति पकड़ पाएंगे।