रिवॉल्वर रखने का शौक पूरा करने के लिए करना होगा अभी इंतजार, जानिए क्यों Agra News
हर दिन जनप्रतिनिधियों सहित अन्य के पास आधा दर्जन पहुंच रही हैं सिफारिशेें। साढ़े तीन साल से नहीं जारी हुआ है कोई नया शस्त्र लाइसेंस।
आगरा, जागरण संवाददाता। नए शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए सिफारिशों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासनिक अफसरों के पास हर दिन छह से आठ सिफारिशें पहुंच रही हैं। जिसे देखते हुए अफसरों ने कार्यालय के बाहर 'शस्त्र लाइसेंस के लिए संपर्क न करें' चस्पा कर दिया है। फिलहाल नए शस्त्र लाइसेंस जारी नहीं होंगे।
आगरा में साढ़े 47 हजार शस्त्र लाइसेंसी हैं। हर्ष फायरिंग में शस्त्र लाइसेंसों के दुरुपयोग के चलते इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साढ़े तीन साल पूर्व नए लाइसेंस जारी करने पर रोक लगा दी थी। फरवरी 2019 में कोर्ट ने रोक हटाई, लेकिन इस बीच लोकसभा चुनाव-2019 की घोषणा हो गई। इसके चलते एक भी नया लाइसेंस जारी नहीं हुआ। आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद दो हजार नए फॉर्म बिके। आयुध कार्यालय में यह जमा हुए और फिर पुलिस रिपोर्ट के लिए भेज दिए गए। 500 के करीब फाइल कंप्लीट होकर आ गईं। नए शस्त्र लाइसेंस की आस में लोगों ने जनप्रतिनिधियों से सिफारिश लगवाना शुरू कर दिया। कई जनप्रतिनिधियों ने तो बाकायदा 50-50 लोगों की सूची भी भेज दी। अफसरों को फोन कर लाइसेंस जारी करने के लिए कहा भी, लेकिन नए लाइसेंस जारी न होने की बात कह अफसरों ने सूची को वापस कर दिया।
छह माह की है वैधता
तीन सौ फाइलों को आयुध कार्यालय ने पुलिस को लौटा दिया है। छह माह पूरे होने के बाद रिपोर्ट की वैधता खत्म हो गई थी।
पांच से सात आवेदन हर दिन
कलक्ट्रेट स्थित आयुध अनुभाग में नए शस्त्र लाइसेंस के आवेदन के लिए हर दिन पांच से सात आवेदन के लिए पहुंच रहे हैं।
फिलहाल नया शस्त्र लाइसेंस जारी नहीं किया जा रहा है। इसकी जानकारी सभी जनप्रतिनिधियों सहित अन्य को दे दी गई है।
एनजी रवि कुमार, डीएम