ADG सुरक्षा के निर्देश, ताज पर ड्रोन उड़ाना अब माफी योग्य नहीं Agra News
एडीजी सुरक्षा दीपेश जुनेजा सर्किट हाउस में की ताज की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक। आसपास अवैध निर्माण को लेकर भी जताई चिंता।
आगरा, जागरण संवाददाता। हर छह माह में होने वाले ताज की सुरक्षा व्यवस्था के निरीक्षण के लिए एडीजी सुरक्षा दीपेश जुनेजा आगरा पहुंचे। ताज महल का हर दिशा से निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अवैध निर्माण के प्रति चिंता जताई।
सोमवार को ताज की सुरक्षा व्यवस्था के निरीक्षण करनेे पहुंचे एडीजी सुरक्षा ने अधिनस्थों से कहा कि देखना होगा कि ताज के पास कोई अवैध निर्माण न हो जाए। ताज के दक्षिणी गेट से सटकर कई पुराने निर्माण हैं। जिन्हें देखकर उन्होंने ताज के दक्षिणी गेट से सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई। इस दौरान एडीजी सुरक्षा नेे ताज का आंतरित और बाह्य निरीक्षण किया। पूरे परिसर सहित उन्होंने मुख्य मकबरे की सुरक्षा व्यवस्था भी देखी। फिलहाल वे सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
एडीजी सुरक्षा को लेकर बैठक की
ताजमहल पर ड्रोन उड़ाने वाले अब माफी मांगकर बच नहीं पाएंगे। पुलिस उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करेगी। एडीजी सुरक्षा दीपेश जुनेजा ने सोमवार को बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। अब तक पुलिस ड्रोन उड़ाने वालों को पकडऩे के बाद उनसे माफीनामा लिखवाकर छोड़ देती थी। एडीजी सुरक्षा ने बैठक में निर्देश दिए कि कोई ताजमहल के आसपास ड्रोन उड़ाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करें। आसपास नो ड्रोन जोन के बोर्ड भी लगा दें और पर्यटकों को जानकारी के लिए होटल वालों से भी कहें।
नमाजियों की संख्या पर रखें नजर
ताजमहल में शुक्रवार को नमाज के लिए आने वाले नमाजियों की संख्या पर पुलिस को नजर रखने को भी बैठक में निर्देश दिए गए। अचानक संख्या बढऩा या घटना चिंताजनक हैं। खुफिया विभाग इस पर भी नजर रखे कि नमाज को स्थानीय के साथ कोई बाहरी न आएं।
पुराने सही न हों तो नए सीसीटीवी कैमरों को भेजें प्रस्ताव
ताजमहल के यलो जोन में 140 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। ये काफी समय से खराब हैं। पिछले बैठक में भी इनको ठीक कराने के लिए विमर्श हुआ था। तब से अब तक कुछ नहीं हुआ। अब एडीजी सुरक्षा ने कहा कि इन सीसीटीवी कैमरों के ऑडिट को एक कमेटी बनाई जाए। कमेटी अपनी रिपोर्ट दे कि ये कैमरे सही होने योग्य हैं या नहीं। सीसीटीवी कैमरे सही होने योग्य नहीं हैं तो नए कैमरे लगवाने को प्रस्ताव शासन को भेजा जाए।