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Real 'Sheros': परदे पर आई 'छपाक', Survivors के हौसले को मिली उड़ान Agra News

आगरा में एसिड अटैक सर्वाइवर्स ने देखी अपनी दास्तां भरी फिल्म। बोलीं दीपिका ने तो सिर्फ किरदार निभाया हमने तो वास्‍तविक दर्द झेला है।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 07:39 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 06:03 PM (IST)
Real 'Sheros': परदे पर आई 'छपाक', Survivors के हौसले को मिली उड़ान Agra News
Real 'Sheros': परदे पर आई 'छपाक', Survivors के हौसले को मिली उड़ान Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। हिम्मत बनाए रखी, जिंदगी जीने का जोश कम न होने दिया, समाज का साथ मिला तो आत्मविश्वास फिर उछाल मारने लगा। जिंदगी के इन्हीं तरानों के बूते भूल चुकी थीं वो दर्दनाक आपबीती। सिनेमा के रुपहले परदे पर जब चलचित्रों ने आपबीती सरीखी कहानी सुनाई तो वो लम्हे 'फ्लैशबैक' होने लगे। कहानी के तहत फिल्मी परदे पर जैसे ही एसिड अटैक से 'छपाक' की आवाज हॉल में गूंजी, इनके तो दिल दहल गए। 

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शुक्रवार को शहर के गोल्ड सिनेमा में एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल पर अभिनीत फिल्म 'छपाक' रिलीज हुई। दोपहर दो बजे वाले शो को देखने के लिए एसिड अटैक सर्वाइवर्स भी पहुंचीं। हॉल में अंदर जाने से पहले सभी ने फिल्म के पोस्टर के साथ सेल्फी खींची। ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।

दो घंटे तीन मिनट की फिल्म देखने के बाद हॉल से बाहर निकलीं सर्वाइवर्स से 'जागरण' ने बात की। इनका दर्द छलक उठा। मुजफ्फरनर की रूपा ने कहा कि 2008 में मेरी सौतेली मां ने मुझ पर तेजाब डाला था। आज परदे पर उसी तरह की फिल्म देख उस दर्द को फिर महसूस किया। आगरा की रूकैया बोली- अब नहीं रोना है, बहुत रो लिया। फिल्म देखकर दिल खुश हो गया है। आगरा की नीतू ने कहा कि यह फिल्म हमारे दर्द को लोगों के सामने रखने का काम करेगी। हाथरस की खुशबू का मानना था कि दीपिका ने फिल्म में एक किरदार निभाया है। लेकिन इस दर्द को हमने तो झेला है। अलीगढ़ की शबनम अपनी सहेलियों के साथ बाहर निकली तो आंखें नम थी। बोलीं- आज भी हमें लोग बहुत अजीब नजरों से देखते हैं। समय बदला जरूर है, लेकिन लोगों की सोच नहीं बदली। फिल्म में दीपिका द्वारा निभाए किरदार से अब कम से कम लोगों को हम सर्वाइवर्स का दर्द समझ आएगा। ये सभी सर्वाइवर्स आगरा में 'शीरोज' कैफे में काम करती हैं।

महिला जूता कारीगरों ने भी देखी फिल्म

जूता फैक्ट्री में महिला कारीगरों की लाइन शुरू करने वाली मानसी चंद्रा भी शुक्रवार को कॉसमॉस माल में अपनी सभी कारीगरों के साथ फिल्म देखने पहुंची थी। मानसी ने बताया कि फिल्म देखकर इन महिलाओं ने सर्वाइवर्स के दर्द को समझा और महसूस किया।

सपाइयों ने दिए सर्वाइवर्स को फूल

हॉल पर महिला शांति सेना की वत्सला प्रभाकर और शीला बहल द्वारा इनका सम्मान किया गया। सभी को गुलाब के फूल दिए। सपा के रामसहाय यादव व वाजिद निसार ने शीरोज कैफे जाकर एसिड अटैक पीडि़तों को बुके देकर उनका सम्मान किया। इससे पहले गौरव यादव, विक्रांत पाराशर, सौरभ यादव, राहुल पाराशर ने फिल्म भी देखी। 


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