एसिड अटैक पीड़िताओं की हो सकेगी प्लास्टिक सर्जरी
आगरा: एसएन में एसिड अटैक पीड़िताओं की प्लास्टिक सर्जरी हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, आगरा: एसएन में एसिड अटैक पीड़िताओं की प्लास्टिक सर्जरी हो सकेगी। यहां सर्जरी विभाग में पीड़िताओं को इलाज की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए रानी लक्ष्मी बाई स्कीम के तहत तीन करोड़ का बजट जारी किया गया है।
एसिड अटैक पीड़िताओं के लिए रानी लक्ष्मी बाई स्कीम चल रही है। इसमें पीड़िताओं को इलाज के साथ अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं। पीड़िताओं को लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय और एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज दिया जा रहा है। मगर, यहां प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा नहीं है। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि एसिड अटैक पीड़िताओं को इलाज के साथ ही प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत होती है। इसके लिए एसएन के सर्जरी विभाग में अलग से यूनिट बनाई जा रही है। इसमें प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा भी होगी। इसके साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ और सर्जन की टीम मरीजों का इलाज करेगी।
थैलीसीमिया की जांच और मरीजों को मिलेगा इलाज : थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है। इससे पीड़ित बच्चों में खून चढ़ाया जाता है, इसके लिए एसएन के बाल रोग विभाग में थैलीसीमिया क्लीनिक शुरू किया गया है। यहां एचपीएलसी सहित अन्य उपकरण खरीदे जा रहे हैं। इससे थैलीसीमिया की जांच हो सकेगी। एसएन में जांच में थैलीसीमिया की पुष्टि होने के बाद निश्शुल्क इलाज दिया जाएगा। इसके लिए बाल रोग विभाग में इलाज की सुविधा शुरू की गई है। थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को एसएन की ब्लड बैंक से खून दिया जाएगा। इसके लिए बाल रोग विभाग में इलाज की सुविधा शुरू की गई है। थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को एसएन की ब्लड बैंक से खून दिया जाएगा।