कोसीकलां में हादसे के बाद तड़प रहे थे घायल, सो गई थीं संवेदनाएं
घायलों की मदद करते कम और वीडियो बनाते ज्यादा नजर आए लोग। असहाय खड़ी थी आरपीएफ व जीआरपी, चंद कर्मचारी करते दिखे भागदौड़।
आगरा(जेएनएन): सोशल मीडिया के प्रति लोगों का लगाव ऐसा हुआ है कि वे मानवीय संवेदना तक भूल चुके हैं। इसकी बानगी मंगलवार को कोसीकलां रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली। ट्रेन हादसे के शिकार लोग छटपटा रहे थे और कुछ उत्साही युवक अपने मोबाइलों से उस ²श्य की वीडियो बना रहे थे। दुखद तो यह है कि आरपीएफ और जीआरपी के जवान मौजूद तो थे मगर असहाय खड़े नजर आए। स्टेशन के कर्मचारी जरूर घायलों को इलाज के लिए पहुंचाने की जिद्दोजहद में जुटे थे।
कोसीकलां रेलवे स्टेशन पर सुबह ट्रेन हादसे में घायल सात युवक पटरी के सहारे पड़े छटपटा रहे थे। उन्हें देखने के लिए भीड़ तो जमा थी मगर कोई भी संवेदना रखने वाला व्यक्ति नजर नहीं आया जो आगे बढ़कर घायलों को कुछ मदद करता या उन्हें अस्पताल तक भेजने की व्यवस्था करता। इस सबके बीच कुछ ऐसे युवक जरूर सामाजिक संवेदनाओं को शर्मशार करते दिखे जो अपने मोबाइलों से छटपटाते घायलों की वीडियो महज इसलिए बना रहे थे कि उसे सोशल मीडिया पर डालकर खुद को सक्रिय साबित कर सकें। संभव है कि घायलों को समय से इलाज मिल जाता तो जो दो युवक काल के मुहं में समाए हैं वे भी बच जाते। जो घायल हैं उनकी भी इतनी गंभीर हालत न होती। हालात उस वक्त और भी दयनीय हो रहे थे जब घायलों के परिचित हाथ जोड़कर लोगों से मदद मांग रहे थे और लोग मुंह मोड़ रहे थे। आरपीएफ थाने पर हंगामा कोसीकलां: हादसे के बाद करीब आधा घंटा गुजर गया और घायलों के परिजन और परिचितों ने उन्हें किसी तरह स्टेशन तक पहुंचा दिया इसके बावजूद आरपीएफ एवं जीआरपी की कोई मदद न मिली तो भीड़ का गुस्सा भड़क गया। कुछ लोग आरपीएफ थाने तक पहुंच गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। मौजूद सिपाहियों को खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद आरपीएफ की संवेदना जगी और वह घायलों की मदद के लिए पहुंची। इसके बाद एंबुलेंसों के जरिए घायलों को परिजनों और परिचितों की इच्छा के मुताबिक विभिन्न अस्पतालों में भिजवाया गया।
डायल 100 पर उतरा गुस्सा: स्टेशन के बाहर खड़ी डायल 100 के सिपाही हादसा की जानकारी होने के बावजूद मदद के लिए नहीं पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उन पर भी भड़का। कुछ लोगों ने इन सिपाहियों को खुद आकर हादसे की जानकारी दी थी। बाद में थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो डायल 100 के सिपाही भी गाड़ी लेकर पहुंच गए। इस पर लोग भड़क गए और पुलिस को जमकर खरीखोटी सुनाई। डायल 100 की बुलेरो को पलटने का प्रयास भी किया। इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया। बाद में चौकी प्रभारी विपिन कुमार के समझाने और हिरासत में लिए लोगों को छोड़ने पर मामला शांत हो गया।