Move to Jagran APP

नींद में ही मौत का झपट्टा

आगरा: आधी रात को बस में सोते में मौत ने झपट्टा मारकर चार महिलाओं समेत छह लोगों को अपने आगोश में ले लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jun 2018 11:57 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 11:57 PM (IST)
नींद में ही मौत का झपट्टा
नींद में ही मौत का झपट्टा

जागरण संवाददाता, आगरा: छह जिंदगियों के लिए इस रात की सुबह नहीं हो सकी। अधिक मास की परमा एकादशी पर हरिद्वार पहुंच गंगा में पुण्य की डुबकी लगाने की मनोकामना उनकी मौत के साथ ही अधूरी रह गई। शनिवार आधी रात को बस में सोते में मौत ने झपट्टा मारकर चार महिलाओं समेत छह लोगों को अपने आगोश में ले लिया। रविवार शाम को मृतकों के शव उनके घर पहुंचे तो कोहराम मच गया।

prime article banner

ताजगंज तेलीपाड़ा निवासी उमेश बाबू वर्मा ने बताया उन समेत पांच दंपती बदरीनाथ दर्शन करने जा रहे थे। बुलंदशहर में बस के दोनों टायर फट गए। चालक सियाराम त्यागी ने दूसरी बस के चालक से एक टायर मांगा। चालक ने सवारियों को बस से नीचे उतार दिया था। कुछ महिलाएं और बच्चे सो रहे थे, इसलिए उनको नहीं उतारा। उन समेत सभी सवारियां सड़क किनारे खड़ी होकर टायर बदलने का इंतजार कर रही थीं। इसी दौरान हाईवे पर पीछे से आते ट्रक ने बस में जबरदस्त टक्कर मार दी। जैक लगा रहा चालक सियाराम त्यागी बस के नीचे दब गया। बस में बच्चों के साथ सो रहे चारों मल्ला देवी, सुनीता, आराधना और अनुराग गोयल को चीखने तक का मौका नहीं मिला। जबकि अंजली सड़क पर बस के सामने खड़ी थीं। इन सभी की मौके पर मौत हो गई।

हादसे से सवारियों में चीख-पुकार मच गई, लोगों ने बस से घायल महिलाओं और बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला। रविवार शाम को कुछ अंतराल के बाद मृतकों के शव ताजनगरी में उनके घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। अनुराग की मौत के बारे में उनकी मां को नहीं बताया गया था। वह दिल की मरीज हैं, शाम को बेटे की लाश घर पहुंचने पर उसे देख वह बेहोश हो गई। अबोध बेटे को लेने जा रही थी अंजली

शाहगंज के भोगीपुरा निवासी अंजली पत्नी चैतन्य के डेढ़ साल का बेटा है। पति को पीलिया होने के चलते वह बेटे की सही से देखभाल नहीं कर पा रही थी। बेटे को अपने मायके हरिद्वार छोड़ आई थीं। शनिवार को दंपती बेटे को लेने जा रहे थे। बस खराब होने पर अंजली नीचे उतरकर उसके सामने खड़ी थीं। ट्रक की टक्कर से बस ने उसे चपेट में ले लिया। अबोध को गोद में लेने से पहले मौत अंजली को अपने आगोश में ले गई। बेटी और भांजी की शादी के बाद गंगा नहाने जा रहीं

अरतौनी निवासी आराधना पत्नी संतोष और रुनकता की रहने वाली सुनीता पत्नी मनोज कुमार के परिवार मित्र हैं। आराधना ने कुछ महीने पहले अपनी बेटी की जबकि सुनीता ने अपनी भांजी पूजा की शादी की है। दोनों परिवार शादी के बाद गंगा नहाने हरिद्वार जा रहे थे।

पति के ठीक होने पर घंटा चढ़ाने जा रहीं थीं मल्ला

ताजगंज के तेलीपाड़ा निवासी मल्ला देवी के पति छह महीने पहले बीमार पड़ गए थे। पति के सही होने पर मल्ला देवी ने बदरीनाथ धाम में घंटा चढ़ाने की कहा था। मल्ला समेत पांच दंपती बदरीनाथ धाम दर्शन करने और घंटा चढ़ाने जा रहे थे। मां और पत्नी को नहीं बताया अनुराग की मौत के बारे में

आवास विकास कॉलोनी सेक्टर तीन निवासी जीवन बीमा एजेंट अनुराग गोयल अपनी मां को दिल का मरीज होने के चलते हरिद्वार दर्शन के लिए नहीं ले गए थे। वह पत्नी उमा और बेटों यश (7) एवं वरुण (5) के साथ गए थे। हादसे में पत्नी उमा और बेटा यश गंभीर घायल हैं। परिजनों ने उमा को पति की मौत की जानकारी नहीं दी, उन्हें यह बताया कि अनुराग दूसरी जगह भर्ती हैं। मां को भी शव घर पहुंचने पर बेटे की मौत की जानकारी हो सकी।

बच्चों के लिए ढाल बन गई थीं मां उमा अग्रवाल समेत कई महिलाएं अपने बच्चों के लिए मौत के आगे ढाल बनकर खड़ी हो गई थीं। वह खुद बुरी तरह घायल हो गई, बच्चे को अपने पीछे छिपा लिया था। बस में सवार अन्य महिलाओं ने भी अपने बच्चों को हादसे के बाद खिड़की से बाहर निकाला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.