'अभिनंदन' को आगरा बेकरार, जानिये क्या है देश के इस जांबाज का ताजनगरी से कनैक्शन
दयालबाग में शुकराना को आगरा आ सकते हैं विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान। ससुराल पक्ष है दयालबाग के राधास्वामी मत का अनुयायी।
आगरा, गौरव भारद्वाज। पाकिस्तान की गिरफ्त से छूटकर शुक्रवार देर रात भारत लौटे जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान जल्द शुकराना अदा करने दयालबाग आ सकते हैं। विंग कमांडर का सुसराल पक्ष दयालबाग के राधास्वामी मत का अनुयायी है। उन्होंने गुरुवार को गुरु महाराज से सैन्य अफसर की सलामती के लिए अर्ज की थी। गुरु महाराज ने विनोद मारवाह को फरमाया था कि अभिनंदन सकुशल लौटेंगे। जब वह लौट आएं तो उन्हें यहां भी लाइएगा।
भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन की ससुराल पंजाब के गुरुदासपुर जिले के धारीवाल गांव में हैं। 27 फरवरी को पाक विमान को खदेडऩे के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन का मिग 21 विमान पाक सीमा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पैराशूट से उतरने पर अभिनंदन को पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था।
इस घटना के समय अभिनंदन की पत्नी तनवी श्रीनगर में थीं। उन्होंने बेंगलुरु में रह रहे अपने पिता कर्नल (रिटायर्ड) विनोद मारवाह को पूरी जानकारी दी। दामाद की सकुशल वापसी के लिए उन्होंने प्रार्थना शुरू कर दी। विनोद मारवाह राधास्वामी मत के अनुयायी हैं। उन्होंने आगरा के दयालबाग में गुरु महाराज के सामने अर्ज लगाने के लिए सत्संग में संपर्क किया। सूत्रों ने बताया कि गुरु महाराज की ओर से उन्हें अर्ज का समय गुरुवार के लिए मिला। इसके बाद विनोद मारवाह गुरुवार को आगरा आ गए। वे दयालबाग में अपने परिचित के यहां रुके। गुरुवार दोपहर में सत्संग के बाद उन्होंने गुरु महाराज प्रो. पीएस सत्संगी के सामने विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी को लेकर अर्ज की। गुरु महाराज ने फरमाया कि परेशान न हों। विंग कमांडर सकुशल वापस लौटेंगे। बस आप राधास्वामी नाम का जप करते रहें। कहा कि युद्ध नहीं होना चाहिए। शांति बनाने में दो-तीन दिन का समय लगेगा।
एक घंटे बाद ही मिल गई खुशखबरी
विंग कमांडर की सलामती के लिए गुरुवार को की गई अर्ज के करीब एक घंटे बाद ही पाकिस्तान से अच्छी खबर आ गई थी। करीब छह बजे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में विंग कमांडर को अगले दिन यानी शुक्रवार को भारत को सौंपने की बात कही। ऐसी जानकारी मिलने पर विनोद मारवाह की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे थे।
बेटी ने ही दी दोनों खबरें
कर्नल (रिटायर्ड) विनोद मारवाह को दामाद अभिनंदन के पाकिस्तान में बंदी बनाए जाने और वहां से रिहा होने की खबरें सबसे पहले उनकी बेटी तनवी ने ही दी थीं।
एयरफोर्स में अफसर पद पर रहीं हैं तनवी
विंग कमांडर अभिनंदन की जांबाजी को पूरी दुनिया ने देखा। बहादुरी का परिचय देने में उनकी पत्नी भी कम नहीं रही हैं। तनवी भी एयर फोर्स में स्क्वाड्रन लीडर पद पर रह चुकी हैं। एयर फोर्स में ये पद अफसर रैंक का होता है। तनवी मारवाह भी एयर फोर्स की जांबाज अफसर मानी जाती थीं। रिटायरमेंट के बाद भी तनवी मारवाह का नाम एयर फोर्स में सम्मान के साथ लिया जाता है। तनवी की बहादुरी अभिनंदन के पाकिस्तान में बंदी बनाए जाने के समय भी सामने आई। तनवी अपने पिता को इस दौरान हिम्मत देती रहीं और विश्वासपूर्वक कहती रहीं कि अभिनंदन को कुछ नहीं होगा। पाकिस्तान उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
सत्संगियों में खुशी की लहर
विंग कमांडर की दुश्मन देश से हुई वापसी से दयालबाग के सत्संगियों में खुशी की लहर छाई है। शनिवार सुबह जब खेतों पर सेवा के लिए सत्संगी पहुंचे तो उनके चेहरों पर एक उत्साह साफ झलक रहा था। ये उत्साह अपने वीर सपूत के सकुशल वतन वापसी का था। राधा स्वामी मत के अनुयायी अब अभिनंदन के दयालबाग आगमन के लिए उत्साहित हैं। हर कोई अब इस इंतजार में है कि कब उनके देश का वीर सैनिक मालिक का आशीर्वाद लेने के लिए आएगा और उस वक्त वे सभी उन्हें करीब से देख सकेंगे।