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आयुष्मान भारत योजना से इलाज की उम्मीद जगी, दर्द नहीं हुआ कम

आठ लाख लाभार्थियों में से 67 हजार के ही बने गोल्डन कार्ड योजना से अनुबंधित निजी अस्पताल में नहीं मिल रहा इलाज

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 06:24 AM (IST)
आयुष्मान भारत योजना से इलाज की उम्मीद जगी, दर्द नहीं हुआ कम
आयुष्मान भारत योजना से इलाज की उम्मीद जगी, दर्द नहीं हुआ कम

जागरण संवाददाता, आगरा: आयुष्मान भारत योजना से आर्थिक रुप से कमजोर मरीजों को निजी अस्पताल में इलाज कराने की उम्मीद जगी है। मगर, दर्द कम नहीं हो रहा है। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, इलाज कराने के लिए मरीजों को भटकना पड़ रहा है। कुछ मरीजों को इलाज भी मिला है।

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एक साल पहले 23 सितंबर को आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ हुआ था। इस योजना से लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों को एक साल में पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज दिया जाना है। योजना से 48 हॉस्पिटल अनुबंधित हैं। न्यूरोसर्जरी, वॉल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी से लेकर कैंसर मरीजों का निश्शुल्क इलाज योजना से अनुबंधित निजी अस्पतालों में हुआ है। इनकी संख्या बहुत कम है। अभी भी योजना का लाभ लेने के लिए गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं। सरकार द्वारा इलाज का भुगतान कम देने पर बड़े अस्पतालों ने योजना किनारा करना शुरू कर दिया है। अस्पतालों में लगेंगे कैंप

आयुष्मान भारत योजना का एक साल पूरा होने पर योजना से अनुबंधित निजी और सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। आयुष्मान मित्रों को अच्छे कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा। इन हॉस्पिटल ने आयुष्मान से अनुबंध तोड़ा

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डॉ. कमलेश टंडन हॉस्पिटल, परमहंस योगानंद हॉस्पिटल, एसआर हॉस्पिटल, सरकार नर्सिग होम, हेरिटेज हॉस्पिटल, प्रभा हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, बीएम मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर, मेडीहॉप हॉस्पिटल, आरती मेडिकेयर, चंद्रा ऑर्थोपेडिक सेंटर, सिनर्जी प्लस हॉस्पिटल। केस वन

अगस्त में मलपुरा के जारुआ कटरा निवासी मीरा देवी को एसएन में भर्ती कराया गया, उनके कूल्हे में फ्रैक्चर था, गोल्डन कार्ड होने के बाद भी ऑपरेशन नहीं हुआ, उन्हें निजी अस्पताल जाना पड़ा। केस टू

अनिल (41) निवासी खतैना लोहामंडी को नौ महीने से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। दिसंबर 2018 में आयुष्मान योजना से अनुबंधित पुष्पांजलि हॉस्पिटल में निश्शुल्क वॉल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई।

ये है हाल

आयुष्मान योजना के लाभार्थी - 1.63 लाख परिवार (एक परिवार के पांच सदस्य, आठ लाख लाभार्थी)

मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना - 12 हजार (60 हजार लाभार्थी)

गोल्डन कार्ड बनाए गए - 67119

आयुष्मान योजना से मिला निश्शुल्क इलाज - 5720

योजना से अनुबंधित अस्पताल - एसएन, जिला अस्पताल, मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय सहित 45 निजी अस्पताल गोल्डन कार्ड बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, लाभार्थियों को इलाज मिल सके, इसके लिए आयुष्मान मित्र मदद कर रहे हैं।

डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ


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