कोरोना से मरने वालों में 80 फीसद मधुमेह रोगी
कोरोना संक्रमण से मधुमेह रोगियों का शुगर का स्तर हो रहा अनियंत्रित स्टेरायड का इस्तेमाल हो रहा घातक अचानक हो रही मौत
केस वन: 50 साल के मधुमेह रोगी को एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल में भर्ती किया गया। उन्हें स्टेरायड दिए गए, इससे तबीयत में सुधार होने लगा। वे सुबह शौचालय जा रहे थे, रास्ते में ही गिर गए और मौत हो गई। केस टू: 62 साल के मधुमेह रोगी का शुगर का स्तर दवाओं से नियंत्रित था, कोरोना संक्रमित होने पर इंसुलिन देने के बाद भी शुगर का स्तर सामान्य नहीं हुआ। इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के साथ शरीर के कई अन्य अंग प्रभावित होते गए और मौत हो गई। जागरण संवाददाता, आगरा: मधुमेह रोगियों के लिए कोरोना संक्रमण घातक हो रहा है। कोरोना संक्रमित होने पर शुगर अनियंत्रित हो रही है, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण बीमारी से लड़ नहीं पा रहे हैं। इससे कोरोना से मरने वालों में 80 फीसद मधुमेह रोगी हैं।
कोरोना संक्रमित मरीजों की सांस फूलने पर स्टेरायड (दवा) दिए जाते हैं। इससे शुगर का स्तर अनियंत्रित होने लगता है। इससे शरीर के अन्य अंग प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन ( सोडियम, पोटेशियम सहित अन्य मिनरल ) हो रहा है, इससे कोरोना वायरस घातक होता जा रहा है। कोरोना से 132 मरीजों की मौत हो चुकी है, इसमें से 105 मरीज मधुमेह रोगी (80 फीसद) थे। कोरोना संक्रमित मरीजों में स्टेरायड दिए जाते हैं, इससे मधुमेह रोगियों का शुगर का स्तर अनियंत्रित हो रहा है। मधुमेह रोगियों में इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन होने के साथ ही कई अन्य अंग प्रभावित हो रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमित मधुमेह रोगियों की जान को खतरा अधिक है। कोरोना से मरने वालों में 80 फीसद मधुमेह रोगी हैं। डा. संजय काला, प्राचार्य एसएन मेडिकल कालेज मधुमेह रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। संक्रमित होने पर सेकेंडरी इन्फेक्शन की आशंका बढ़ रही है, इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए कोरोना घातक हो रहा है।
डा. आरसी पांडे, सीएमओ