आगरा में तीसरी लहर थमने की ओर, दो लहरों में 458 और तीसरी में चार मरीजों की मौत
एक महीने बाद संक्रमण की दर हुई कम। होम आइसोलेशन में मरीज हो गए ठीक। जिन मरीजों की मौत हुइ उन्हें कोविड के साथ ही कैंसर ह्रदय रोग की समस्या थी। कोरोना संक्रमित मरीजों को शरीर में दर्द और कमजोरी की परेशानी रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में 458 मरीजों की मौत हुई। अब तीसरी लहर में चार मरीजों की मौत हो चुकी है। पहली और दूसरी लहर से तीसरी लहर कम घातक रही है। मरीजों में मामूली लक्षण होने पर होम आइसोलेशन में ही इलाज से ठीक हो गए। एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल में 60 मरीजों को ही भर्ती करना पड़ा।
सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एक जनवरी से अभी तक कोरोना की तीसरी लहर में करीब 10 हजार केस मिल चुके हैं। चार मरीजों की मौत हुई है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर से तीसरी लहर में मौत कम हुई हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों को ठंड लगकर बुखार आया, छींक आने लगी और खांसी की समस्या हुई। बुखार दो से तीन दिन में ठीक हो गया। इस बार कोरोना संक्रमित मरीजों को शरीर में दर्द और कमजोरी की परेशानी रही है। सात से 10 दिन में मरीज ठीक हो गए। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने की तिथि के सातवें दिन होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों को ठीक मानते हुए घर से बाहर जाने की अनुमति दे दी गई।
फेंफड़ों तक नहीं पहुंचा संक्रमण
एसएन के कोविड हास्पिटल के प्रभारी डा. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में फेंफड़ों तक संक्रमण नहीं पहुंचा है। साथ ही लोगों को वैक्सीन लग चुकी है इसलिए भी संक्रमित होने पर मामूली लक्षण मिल रहे हैं। कोविड हास्पिटल में 60 मरीज भर्ती हुए, आगरा के चार मरीजों की मौत हुई है। इन मरीजों को कोविड के साथ ही कैंसर, ह्रदय रोग की समस्या थी।