गायत्री डवलपर्स की 3.68 करोड़ की संपत्ति जब्त
जागरण संवाददाता आगरा जेल में बंद गायत्री डवलपर्स के मालिक हरिओम दीक्षित पर शिकंजा और क
जागरण संवाददाता, आगरा : जेल में बंद गायत्री डवलपर्स के मालिक हरिओम दीक्षित पर शिकंजा और कस रहा है। लोन लेने के बाद उसे न चुकाने पर केनरा बैंक ने शुक्रवार को बिल्डर की 3.68 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। बिल्डर की अभी कई और संपत्ति भी जब्त हो सकती हैं।
हरीपर्वत पुलिस ने दो अक्टूबर को बिल्डर हरिओम दीक्षित और उनकी पत्नी कल्याणी को धोखाधड़ी के मुकदमे में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब से वे जेल में ही हैं। अब केनरा बैंक ने शुक्रवार को कार्रवाई की। बैंक के डिफाल्टर गायत्री डवलपर्स प्रा. लिमिटेड से लोन वसूली करने के लिए मनहार गार्डन स्थित 27 आवासीय फ्लैटों का अधिग्रहण किया गया। गायत्री डवलपर्स प्रा. लिमिटेड पर केनरा बैंक का 3.68 करोड़ रुपये बकाया है। खाता एनपीए होने पर बैंक ने वसूली के लिए सरफेसी एक्ट 2002 के अंतर्गत कार्यवाही की। इस दौरान एसीएम प्रथम विनोद जोशी, बैंक अधिकारी मनोज झा, अंकित सहगल व पुलिस मौजूद रही। पुलिस ने तैयार किया है बिल्डर के प्रोजेक्ट का ब्योरा
-गायत्री डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2010 में सिकंदरा क्षेत्र में अन्ना आइकोन रोड पर 10 हजार वर्ग मीटर जगह खरीदी गई। इस पर मनहर गार्डन सोसाइटी के नाम से 200 फ्लैट तैयार किए गए। इसमें केनरा बैंक, एमजी रोड शाखा से भी लोन कराया गया। सोसाइटी के 59 फ्लैट बैंक के कब्जे में हैं।
-मैसर्स कल्याणी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड हाउसिग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से शमसाबाद रोड पर वर्ष 2007 में गायत्री उपवन के नाम से छह बीघा जमीन खरीदकर प्लाट बेचे।
-गायत्री हास्पिटलिटी के माध्यम से नोएडा में गायत्री एडोरा के नाम से 36000 वर्ग फीट जमीन लेकर 1680 फ्लैट का निर्माण किया जा रहा है।
-कृष्णा मयूरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से वर्ष 2012 में रंगोली कालोनी में नीलामी के दौरान 8000 वर्ग मीटर जमीन ली गई थी। इस पर कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है।
-मनहर इंफ्रा होम प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा वर्ष 2015 में फतेहाबाद रोड पर गायत्री रिट्रीट के नाम से प्रोजेक्ट्स में 72 फ्लैट तैयार करके बेचे जा चुके हैं।