भाजपा के बाद अब सपा के स्टार कैंपेनर की तैयार हो रही सूची, जानें अखिलेश की डिमांड ज्यादा या डिंपल की
UP Assembly Election 2022 चुनाव के लिए सपा-रालोद में अखिलेश-जयंत संग डिंपल-चारू की भी है काफी मांग। आगरा की नौ विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान होना है। इसके लिए आठ फरवरी की शाम को ही प्रचार थम जाएगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की चुनावी जमीन पर अब वार-पलटवार की जंग छिड़ने वाली है। इसके लिए भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की फौज खड़ी कर दी है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) में स्टार प्रचारकों को बुलाने के लिए सूची तैयार की जा रही है। किस क्षेत्र में किस नेता की रैली या जनसभा की जरूरत है, इसको लेकर पार्टी स्तर पर मंथन चल रहा है। साथ ही प्रत्याशियों की ओर से भी प्रचारकों को लेकर मांग रखी जा रही है।
सपा में सबसे अधिक मांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव की मांग सबसे अधिक है। वहीं, रालोद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ उनकी पत्नी चारू की सभाएं कराने की मांग की जा रही है।
इस बार विधानसभा चुनाव कोरोना काल में हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग की तरफ से तमाम पाबंदियां और सख्तियां हैं। आगरा की नौ विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान होना है। इसके लिए आठ फरवरी की शाम को ही प्रचार थम जाएगा। 21 जनवरी तक नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। फिलहाल 22 जनवरी तक रैली और जनसभाओं पर रोक लगी हुई है। यदि इसके बाद रैली और जनसभाओं की अनुमति मिलती है तो चुनाव प्रचार के लिए कम ही दिन बचेंगे। चुनिंदा रैली और जनसभाएं ही कर पाएंगे। इसको देखते हुए वह पूरी ताकत झोंक देना चाहते हैं। सिर्फ उन्हीं नेताओं के कार्यक्रम करना चाहते हैं, जिनको जनता अधिक सुनना चाहती है। इस बार सपा-रालोद-प्रसपा गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में अधिकांश प्रत्याशियों की मांग है कि तीनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को आगरा के चुनावी मैदान पर एक मंच पर लाया जाए।
सपा
गठबंधन के चलते इस बार सपा ने छह सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। प्रचार के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व सांसद डिंपल यादव, राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्रा की काफी मांग है।
रालोद
गठबंधन के चलते पार्टी ने इस बार तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। प्रचार के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी, चारू चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद, राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी की मांग की है।
बसपा में मायावती को लाने पर जोर
बसपा सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 2017 के चुनाव से पहले इस जमीन पर हाथी सब पर भारी पड़ता रहा है। ऐसे में अपनी खोई जमीन को फिर से पाने के लिए बसपा पूरी ताकत झोंक रही है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा अध्यक्ष मायावती के काफी समर्थक हैं। वह आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान पर बड़ी रैली कर चुकी हैं। जीआईसी मैदान के साथ ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों में वह कई सभाएं कर चुकी हैं। उन्हें सुनने के लिए उनके समर्थक काफी बेताब रहते हैं। ऐसे में बसपा संगठन और प्रत्याशियों की पहली मांग पार्टी अध्यक्ष मायावती की रैली कराने की ही है। इसके साथ ही राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, आकाश आनंद की काफी मांग है।
ये हैं बड़े चुनावी मैदान
कोठी मीना बाजार, तारघर मैदान, जीआईसी मैदान, रामलीला मैदान।संजय प्लेस में भी होती थीं सभाएंशहर की धड़कन कहे जाने वाले संजय प्लेस में आज जहां पैर रखने तक की जगह नहीं है, वहां कभी जनसभाएं हुआ करती थीं। भाजपा के वरिष्ठ नगेंद्र प्रसाद दुबे गामा ने बताया कि संजय प्लेस में भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की भी दो जनसभाएं हुई थीं। तब यहां खाली मैदान था। काफी भीड़ उमड़ी थी।
पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी, चारु चौधरी को प्रचार के लिए आमंत्रित करने की काफी मांग हो रही है। उनके कार्यक्रमों के लिए नेतृत्व से अनुमति मांगी जा रही है। यदि आयोग ने रैली-जनसभाओं पर रोक को जारी रखा तो इन नेताओं के वर्चुअल कार्यक्रम कराए जाएंगे।
कप्तान सिंह चाहर, प्रदेश प्रवक्ता, रालोद
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित पार्टी के कई नेताओं के साथ ही प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह की सभाएं कराने को लेकर मंथन चल रहा है। रोक जारी रहने पर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इन नेताओं के कार्यक्रम कराए जाएंगे।
सौरभ गुप्ता, महानगर मीडिया प्रभारी, सपा
चुनाव प्रचार के लिए पार्टी अध्यक्ष मायावती सहित कई नेताओं के कार्यक्रमों पर विचार चल रहा है। जल्द ही कार्यक्रम तय हो जाएंगे।
धीरज बघेल, जिलाध्यक्ष, बसपा