Poisonous Liquor Case: आगरा में जहरीली शराब मामले में तीन थाना प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मी निलंबित
Poisonous Liquor Case एडीजी ने इंस्पेक्टर ताजगंज थानाध्यक्ष डौकी और शमसाबाद को किया निलंबित। दो आबकारी निरीक्षकों समेत पांच के निलंबन की संस्तुति। आगरा जिले में 48 घंटे के दौरान 20 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। गांवाें में बिक रही जहरीली शराब पीने से एक-एक करके दस ग्रामीणों की मौत हो गई। वहीं आबकारी विभाग और थानों की पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने की जगह मामले को दबाने की कोशिश करती रही। बुधवार की रात को फोरेेंसिक वैज्ञानिकों द्वारा बिसरा की जांच में जहरीली शराब से मौतों की पुष्टि के बाद एडीजी ने सख्त रुख अपना लिया। इंस्पेक्टर डौकी अशोक कुमार, इंस्पेक्टर ताजगंज उमेश चंद्र त्रिपाठी और थानाध्यक्ष शमसाबाद राजकुमार गिरी समेत दस पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एडीजी ने आबकारी विभाग के दो निरीक्षकों व तीन सिपाहियों के निलंबन की संस्तुति की है।
ये हुए निलंबित
-इंस्पेक्टर ताजगंज उमेश चंद्र त्रिपाठी
-कुलदीप मलिक प्रभारी एकता चौकी
-अरुण कुमार बीट आरक्षसी देवरी थाना ताजगंज
-इंस्पेक्टर डौकी अशोक कुमार
-सोमवीर बीट आरक्षी कौलारा थाना डौकी
-मुख्य आरक्षी जगजीत सिंह थाना डौकी
-थानाध्यक्ष शमसाबाद राजकुमार गिरि
-उदय प्रताप बीट आरक्षी गढ़ी जहान सिंह थाना शमसाबाद
-श्याम सुंदर बीट आरक्षी महरमपुर थाना शमसाबाद
लापरवाही में फंसे आबकारी दो निरीक्षक
एडीजी ने अपनी जांच में सेक्टर तीन फतेहाबाद के आबकारी निरीक्षक संजय कुमार विद्यार्थी, सेक्टर सात ताजगंज के आबकारी निरीक्षक रजनीश कुमार पांडेय, आबकारी सिपाही राजेश कुमार, अमरजीत तेवतिया और विशाल कुमार को भी प्रथम दृष्टया दोषी पाया है। पुलिस के साथ आबकारी विभाग के दोनों निरीक्षकों और सिपाहियों की लापरवाही सामने आई है। एडीजी जाेन ने पांचों के निलंबन की संस्तुति की है।
48 घंटे में 20 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
जिले में 48 घंटे के दौरान 20 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। मंगलवार को सिकंदरा में 11 लाख रुपये की लूट के मामले में चौकी प्रभारी समेत 11 पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने लाइन हाजिर किया था। बुधवार को तीन इंस्पेक्टर, एक चौकी प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया।