UP Board Result 2021: हुई मुश्किल आसान, खुद घर बैठे तैयार करें अपना बोर्ड परीक्षा रिजल्ट
UP Board Result 2021 यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल में 50-50 फीसद का बनाया है फार्मूला। इंटरमीडिएट में 50-40-10 फीसद का अपनाया जाएगा नियम। बोर्ड के फार्मूले के आधार पर कोई भी विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम अभी भी निकाल सकता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा रद होने के बाद अपना मूल्यांकन फार्मूला तय कर लिया है। हाईस्कूल के विद्यार्थियों का मूल्यांकन 50-50 फीसद, जबकि इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का मूल्यांकन 50-40-10 फीसद के फार्मूले पर करके परिणाम तैयार किया जाएगा। बोर्ड के फैसले के बाद विद्यार्थी अपना मूल्यांकन ऐसे खुद भी कर सकते है।
जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि हाईस्कूल के विद्यार्थियों का मूल्यांकन कक्षा नौवीं की वार्षिक परीक्षा में प्राप्त कुल अंकों के 50 फीसद और हाईस्कूल प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों का 50 फीसद जोड़कर दिया जाएगा। वहीं इंटरमीडिएट में परीक्षा परिणाम का मूल्यांकन हाईस्कूल में प्राप्त अंकों के 50 फीकद, कक्षा 11वीं में प्राप्त अंकों का 40 फीसद और इंटरमीडिएट प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों के 10 फीसद को जोड़कर किया जाएगा।
ऐसे देंखे अपना परिणाम
एमडी जैन इंटर कालेज के शिक्षक प्रशांत पाठक ने बताया कि बोर्ड के फार्मूले के आधार पर कोई भी विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम अभी भी निकाल सकता है। हाईस्कूल के विद्यार्थी अपनी नौवीं की वार्षिक परीक्षा का 50 फीसद और हाईस्कूल प्री-बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों का 50 फीसद जोड़कर अपना परिणाम खुद निकाल सकते हैं। वहीं इंटरमीडिएट के विद्यार्थी भी हाईस्कूल में प्राप्त अंकों को जोड़कर उनका 50 फीसद, 11वीं की वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को जोड़कर उनका 40 फीसद और इंटरमीडिएट प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों का 10 फीसद जोड़ लें। जो परिणाम आएगा, वहीं विद्यार्थी का रिजल्ट होगा।
कोई नहीं होगा फेल
विद्यार्थियों के अंक इसी फार्मूले से निकाल कर रिजल्ट तैयार होगा। वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षा में जिले से कुल एक लाख 21 हजार 706 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। हालांकि जो विद्यार्थी परीक्षा परिणाम से संतुष्ट होंगे, वह तो अगली कक्षा में प्रोन्नत हो जाएंगे। वहीं जो परिणाम से संतुष्ट नहीं होगा और वह अपने अंकों में सुधार करना चाहता है, तो उन्हें अगली बोर्ड परीक्षा में एक या एक से अधिक विषय में बिना शुल्क चुकाए शामिल होने का मौका मिलेगा। इस लिहाजा से कहा जाए, तो कोई भी विद्यार्थी फेल नहीं होगा।