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Murder Case in Agra: Night Curfew की रात हुई हत्या के पुलिस को मिले अहम सुराग, खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज

Murder Case in Agra फ्रीगंज में फ्लैट में व्यापारी की हत्या और लूटपाट में पुलिस को मिले अहम सुराग। युवकों के साथ आई महिला के बारे में भी पुलिस को मिले हैं सुराग। किशन गोपाल से 12 अप्रैल की रात को 11 बजे कार सवार लोग मिलने आए थे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 05:19 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 05:19 PM (IST)
Murder Case in Agra: Night Curfew की रात हुई हत्या के पुलिस को मिले अहम सुराग, खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
12 अप्रैल की रात फ्रीगंज में कर दी गइ थी व्यापारी की हत्या।

आगरा, जागरण संवाददाता। अपार्टमेंट में व्यापारी की हत्या और लूटपाट करने के बाद कार सवार नेहरू नगर होकर भागे शहर से बाहर भागे थे। महिला और उसके कार सवार साथियों के बारे में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। इसके आधार पर पुलिस की टीमें दबिश काे रवाना की गई हैं।

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हरीपर्वत के फ्रीगंज स्थित तिरंगा अपार्टमेंट के प्रथम तल पर रहने वाले आढ़त का काम करने वाले किशन गोपाल (67 वर्ष)से 12 अप्रैल की रात को 11 बजे कार सवार लोग मिलने आए थे। बिना नंबर की कार में आने वाले हत्यारोंपितों में लगभग 32 वर्षीय महिला भी शामिल है। हत्यारों ने किशन गोपाल को अपना फूफा बताया था। उनके साथ फ्लैट में करीब तीन घंटे ठहरने के दौरान महिला ने व्यापारी समेत सभी लोगों को खाना बनाकर खिलाया था। इसके बाद गला दबाकर उनकी हत्या करने के बाद वहां रखे 50 तोला सोने के जेवरात और लाखाें रुपये लूट ले गए। लूटी गई रकम करीब 25 लाख रुपये बताई गई है।

पुलिस वारदात के बाद हत्यारों के भागने का रूट जानने के लिए शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर रही है। हत्या और लूटपाट के बाद महिला और उसके तीनों साथी फ्रीगंज से बसंत सिनेमा चौराहा होते हुए नेहरू नगर और विजय नगर से होकर शहर के बाहर भागे थे। पुलिस को इन दोनाें जगह आरोपितों की कार के फुटेज मिले हैं। छानबीन मे जुटी पुलिस को घटना में शामिल महिला और उसके साथियों संबंधित कुछ सुराग भी मिले हैं। इसकी तस्दीक के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं।

शहर से बाहर के हैं हत्यारे

लूटपाट और हत्या करने वाले कार सवार शहर के बाहर के हैं। वह आसपास के किसी जिले के होने की आशंका है। दरअसल कार के बाहर काफी धूल-मिट्टी लगी थी। इससे अनुमान है कि वह आराेपित काफी दूर का रास्ता तय करके यहां तक आए थे।

नई कार से मिटा दिया था अस्थाई नंबर

हत्यारे पूरी तैयारी के साथ आए थे। यही कारण है कि उन्होंने नई कार पर पड़ा अस्थाई नंबर मिटा दिया था। इस नंबर से उन्हें अपने पकड़े जाने की आशंका रही होगी। कार पर सिर्फ यूपी ही लिखा हुआ था। पुलिस कार की कंपनी, माडल और रंग के अनुसार जिलों के शोरूम से भी जानकारी करने का प्रयास कर रही है। वाटर वर्क्स चौराहे पर एक साल पहले कपड़ा व्यापारी की हत्या करने वाले कमला नगर के व्यापारी को भी पुलिस ने कार माडल और रंग के आधार पर खोज निकाला था।

हत्यारों तक पहुंचने के लिए ये सात सवालों को सुलझाने का प्रयास कर रही पुलिस

1-अपार्टमेंट में बिना नंबर की कार से आए हत्यारे किस रास्ते से वहां तक पहुंचे थे। किशन गोपाल की हत्या और लूटपाट के बाद अपार्टमेंट से निकली बिना नंबर कार में सवार महिला और उसके साथी शहर में किन रास्तों से होकर भागे थे।

2-सोमवार की रात को अपार्टमेंट आने वाला कार सवार एक युवक पहले भी दो बार वहां आ चुका था। उसने किशन गोपाल को अपना फूफा बताया था। कार से बाहर निकलने के बाद उक्त युवक ने किसी को फोन भी किया था। क्या यह फोन किशन गोपाल को ही किया गया था। जिस नंबर से फोन किया गया उसकी सिम किसके नाम पर जारी की गई थी।

3-घटना वाली रात उनकी किन लोगों से बातचीत हुई। जिस प्रकार से उन्होंने चौकीदार से कार सवारों काे अपना रिश्तदेार बताया था।उससे आशंका है कि कार सवारों ने किशन गोपाल को अपने आने की जानकारी पहले से दे रखी थी। यह जानकारी निश्चित रूप से फोन द्वारा दी गई होगी। सोमवार की रात किशन गाेपाल से मोबाइल पर किन-किन लोगों ने बातचीत की थी। किशन गोपाल से एक सप्ताह के दौरान किन-किन लोगों ने बातचीत की थी।

4-व्यापारी किशन गोपाल अग्रवाल ने किन-किन लोगों को ब्याज पर रुपये दिए थे। सबसे ज्यादा रकम किस पर बकाया थी। ब्याज की रकम का तकादा करने पर पिछले दिनों किसी के साथ उनका विवाद तो नहीं हुआ था। यदि झगड़ा हुआ तो वो कौन लोग थे।

5-व्यापारी पत्नी और बेटे की मौत के बाद व्यथित रहते थे। वह जरूरतमंदाें की अक्सर मदद करते रहते थे। व्यापारी से कई आसपास की महिलाएं भी अक्सर मदद मांगने आती थीं। वह जरूरतमंद महिलाओं की आर्थिक मदद किया करते थे। उनके पास मदद के लिए सबसे ज्यादा कौन-कौन महिलाएं आती थीं।

6-व्यापारी के फ्लैट पर खाना बनाने या साफ-सफाई करने का काम कौन करता था। काम करने वाली महिलाओं समेत अन्य लोगों के नाम-पते, वह कहां के रहने वाले थे।इसके अलावा व्यापारी के फ्लैट पर किन लोगों को आना-जाना था।

7-किशन गोपाल अग्रवाल की पत्नी मंजू अग्रवाल और बेटे निक्की की मौत हो चुकी थी। वह अकेले फ्लैट पर रहते थे। यह फ्लैट उनके नाम था। इसके अलावा उनके पास 50 तोला से ज्यादा सोने के जेवरात और 25 लाख रुपये कैश होने का दावा उनके करीबी कर रहे हैं। व्यापारी की मौत होने की स्थिति में इस संपत्ति का मालिक कौन होगा।

व्यापारी की हत्या और लूटपाट के मामले में पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। वारदात से संबंधित कुछ सुराग मिले हैं।इनकी मदद से पुलिस को आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी 


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